कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है वर्कशॉप
खरसावां/सीनी : दक्षिण पूर्व रेलवे का एक मात्र सीनी इंजीनियरिंग वर्क शॉप इन दिनों कर्मचारियों की कमी से जूझ रही रही है. 1923 में स्थापित इस रेलवे इंजीनियरिंग कारखाना में कर्मचारियों की भारी कमी है. यहां लंबे समय से कर्मचारियों की सीधी बहाली नहीं हुई है. रेलवे बोर्ड की ओर से कर्मचारियों के रिक्त पदों […]
खरसावां/सीनी : दक्षिण पूर्व रेलवे का एक मात्र सीनी इंजीनियरिंग वर्क शॉप इन दिनों कर्मचारियों की कमी से जूझ रही रही है. 1923 में स्थापित इस रेलवे इंजीनियरिंग कारखाना में कर्मचारियों की भारी कमी है. यहां लंबे समय से कर्मचारियों की सीधी बहाली नहीं हुई है. रेलवे बोर्ड की ओर से कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने की पहल भी नहीं हुई है.
कर्मचारियों की कमी भी उत्पादन में कमी आने का एक मुख्य कारण है. वर्क शॉप में कामगारों के लिये स्वीकृत सभी पदों पर पदस्थापना होने की स्थिति में निश्चित रुप से संस्थान में उत्पादन में भी बढ.ोतरी होगी.
ग्रुप सी में 299 व ग्रुप डी में 136 कर्मचारी: वर्क शॉप में ग्रुप सी व डी वर्ग के कर्मचारियों के लिये 645 पद सृजित किये गये है, परंतु वर्तमान में सिर्फ 435 पदों पर ही पदस्थापना है. कर्मचारियों के 210 पद अब भी रिक्त पड.े हुए है, वर्क शॉप में ग्रुप ए के लिये स्वीकृत एकल पद ग्रुप बी के लिये स्वीकृत चार में से तीन पदों पर पदस्थापना है. ग्रुप सी के लिये स्वीकृत 428 पदों में से 299 पर ही पदस्थापना है, जबकि 199 पद रिक्त पड.े हुए है. ग्रुप डी के लिये स्वीकृत 217 पदों में से 136 पदों पर ही पदस्थापना है, जबकि 81 पद रिक्त पड.े हुए है.
लेखा व कार्मिक विभाग में भी कर्मचारियों का टोटा: कार्मिक विभाग में सृजित 22 पदों के विरुद्ध सिर्फ सात पदों पर ही पदस्थापना है, जबकि 15 पद अब भी रिक्त पड.े हुए है. सीनी वर्क शॉप का कार्मिक विभाग एक अधिकारी व छह क्लर्क के भरोसे चल रही है, जबकि विभाग में 33 पद सृजित किये गये है. लेखा विभाग में भी 13 पद रिक्त पडे हुए है. यहां भी तीन अधिकारी व 17 क्लर्क की पदस्थापना है.
…. तो 150 रह जायेगी कर्मचारियों की संख्या: दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस सीनी शाखा के सचिव बीके महतो बताते है कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में वर्क शॉप के करीब 60 फीसदी कर्मचारी सेवानिवृत हो रहे है. अगर अगले दो साल में नयी नियुक्ति नहीं हुई तो वित्तीय वर्ष 2015-16 में कर्मचारियों की संख्या डेढ. सौ के आस पास ही रह जायेगी.