नाला पार कर स्कूल जाते हैं बच्चे

सरायकेला : जिला मुख्यालय से सटे महज छह किमी दूरी पर स्थित नारायणपुर गांव के बच्चों को हाइस्कूल तक की शिक्षा के लिए नाला पार कर स्कूल जाना पड़ता है. नाला पार कर जाने से जहां आये दिन अभिभावकों में डर समाया रहता है, वहीं बरसात में नाले में पानी बढ़ जाने के कारण खतरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2016 6:00 AM

सरायकेला : जिला मुख्यालय से सटे महज छह किमी दूरी पर स्थित नारायणपुर गांव के बच्चों को हाइस्कूल तक की शिक्षा के लिए नाला पार कर स्कूल जाना पड़ता है. नाला पार कर जाने से जहां आये दिन अभिभावकों में डर समाया रहता है, वहीं बरसात में नाले में पानी बढ़ जाने के कारण खतरा ओर ज्यादा बढ़ जाता है.

उच्च शिक्षा व्यवस्था सुढृढ़ करने के लिए ग्रामीणों ने नारायणपुर मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय में उत्क्रमित करने की मांग की है. ग्रामीण निर्मल गोराई ने बताया कि गांव में राजकीय मध्य विद्यालय है. जहां कक्षा आठ तक की पढ़ाई होती है. इसके बाद दुगनी स्कूल बच्चों को जाना पड़ता है. यहां के छात्रों को परेशानी नहीं हो, इसको लेकर ग्रामीणों द्वारा राजकीय मवि को उत्क्रमित करने की मांग की जा रही है. उन्होंने बताया कि आठ किमी के दायरे में एक भी सरकारी हाई स्कूल नहीं होने के कारण इसे उत्क्रमित करने की मांग विभाग से की गयी है, परंतु इस दिशा में किसी प्रकार की पहल नहीं हुई है.

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