गार्डर उत्पादन का जायजा लेने पहुंचे अधिकारी
खरसावां/सीनी : सीनी स्थित सीनी द पू रेलवे के एक मात्र सीनी रेलवे इंजीनियरिंग वर्कशॉप में 32.5 टन गार्डर उत्पादन शुरु हो गया है. संस्थान में इस वर्ष पहली बार 60 फीट वेल्डेड गार्डर फॉर डेडिकेटेड फ्रंट कॉरीडोर (डी एफ सी) 32.5 टन मिलियन साइकिल गार्डर का उत्पादन किया गया है. गार्डर उत्पादन की गुणवत्ता […]
खरसावां/सीनी : सीनी स्थित सीनी द पू रेलवे के एक मात्र सीनी रेलवे इंजीनियरिंग वर्कशॉप में 32.5 टन गार्डर उत्पादन शुरु हो गया है. संस्थान में इस वर्ष पहली बार 60 फीट वेल्डेड गार्डर फॉर डेडिकेटेड फ्रंट कॉरीडोर (डी एफ सी) 32.5 टन मिलियन साइकिल गार्डर का उत्पादन किया गया है. गार्डर उत्पादन की गुणवत्ता का जायजा लेने के लिये रेलवे के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड संगठन, लखनऊ के सीनियर सेक्शन इंजीनियर एमपी सिंह यहां पहुंचे.
गार्डर की गुणवत्ता परखने के बाद कहा कि सिंह ने कहा कि सीनी इंजीनियरिंग वर्क शॉप में उत्पादित किये गये गार्डर की गुणवत्ता काफी अच्छा है. उन्होंने वर्क के गर्डर सेक्शन में हो रही उत्पादन को संतोषजनक बताया. सिंह ने बताया कि देश में रेलवे के दस इंजीनियरिंग वर्क शॉप है और रेलवे बोर्ड द्वारा सीनी वर्क शॉप को गार्डर फेब्रीकेशन का जिम्मा दिया गया था और वर्क शॉप ने सफलता पूर्वक अपने लक्ष्य को पूरा कर लिया. संस्थान के उप मुख्य अभियंता सतीश कुमार ने बताया कि सीनी वर्क शॉप में गार्डर का उत्पादन बड़ी उपलब्धि है.
उन्होंने कहा कि जल्द ही ग्लुड ज्वाइंट सेक्शन में भी उत्पादन शुरु हो जायेगा. संस्थान में कच्च माल मंगवाया जा रहा है. गार्डर शॉप के जूनियर इंजीनियर ए मोहन राव ने बताया कि सफलता पूर्वक गार्डर उत्पादन का लक्ष्य पूरा होने पर सीनी वर्कशॉप के समस्त कर्मचारी गौरवान्वित महसूस कर रहे है. उन्होंने बताया कि सीनी वर्क शॉप में गार्डर का उत्पादन बड़ी उपलब्धि है और सीनी वर्कशॉप को नई ऊंचाइयों में पहुंचने के लिए मैं हमेशा प्रयासरत रहूंगा.