गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने गये सीएम का खरसावां में का विरोध
खरसावां : खरसावां स्थित शहीद स्थल पर गाेलीकांड के शहीदाें काे श्रद्धांजलि देने रविवार काे पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास का विभिन्न आदिवासी संगठनों ने विरोध किया. विरोध कर रहे लोगों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाये और नारेबाजी की. लाेग सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के प्रस्ताव का विराेध कर रहे थे. करीब 12 बजे मुख्यमंत्री […]
खरसावां : खरसावां स्थित शहीद स्थल पर गाेलीकांड के शहीदाें काे श्रद्धांजलि देने रविवार काे पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास का विभिन्न आदिवासी संगठनों ने विरोध किया. विरोध कर रहे लोगों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाये और नारेबाजी की. लाेग सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के प्रस्ताव का विराेध कर रहे थे.
करीब 12 बजे मुख्यमंत्री के शहीद स्थल पर पहुंचते ही लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी. उनका काफिला राेका. शहीद वेदी का मुख्य गेट बंद कर दिया. करीब सात मिनट तक शहीद वेदी के गेट के बाहर मुख्यमंंत्री खड़े रहे. इसके बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया. मुख्यमंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. श्रद्धांजलि अर्पित कर वापस लौटने के क्रम में भी मुख्यमंत्री का विराेध हुआ. इसी दौरान भीड़ ने चप्पल-जूते उछाले. पुलिस व प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच नोंक झोंक भी हुई.
पहले ही पहुंच गये थे विरोधी : शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बहाने विरोध कर रहे लोग सीएम के पहुंचने से पहले ही शहीद स्थल के पास पहुंच गये थे.
जैसे ही मुख्यमंत्री रघुवर दास का काफिला शहीद स्थल के सामने पहुंचा, विरोधी पॉकेट से काला झंडा निकाल कर लहराने लगे. मुख्यमंत्री ने दोपहर 12.06 बजे शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद 12.09 बजे जमशेदपुर लाैट गये. उनके जाने के बाद भी लोग नारेबाजी करते रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह सिंहभूम के सांसद लक्ष्मण गिलुवा, जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव, गणेश महली समेत काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.
सीएम बनने के बाद हर साल खरसावां पहुंचे हैं रघुवर : मुख्यमंत्री रघुवर दास खरसावां शहीद दिवस पर तीन साल से शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद वे हर साल शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं. वर्ष 2015 व 2016 में किसी तरह का विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ था.
मामले की जांच होगी
डीसी के श्रीनिवासन आैर एसपी संजीव कुमार ने कहा कि मामले की जांच होगी. दोषियों पर कठाेर कार्रवाई की जायेगी. एसपी ने बताया कि सीएम की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किये गये थे. इसके लिए तीन गेट बनाये गये थे. बैरिकेडिंग भी की गयी थी. पुलिस कार्यक्रम को लेकर गंभीर थी. लोग शहीद स्थल पर पूजा करने के लिए गये थे. वहीं विरोध करने लगे. डीसी ने कहा : लोकतंत्र में विरोध करना सबका अधिकार है, लेकिन शहीद वेदी में सीएम को रोकना व नारेबाजी करने के मामले में प्रशासन कड़ी कारवाई करेगा.
प्रशासन दोषियों को चिह्नित कर रहा है.
जमशेदपुर. खरसावां में शहीद स्थल पर झामुमो ने जिस तरह की राजनीति की, उसकी जितनी भी निंदा की जाये, कम है. यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. श्री दास ने सोनारी एयरपोर्ट पर प्रभात खबर से कहा कि शहीद किसी पार्टी विशेष का नहीं होता. राज्य की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि देने गया था, वहां राजनीति करने नहीं गया था.
इस तरह से विरोध कर उन्होंने शहीदों का अपमान किया है. शहीदों के नाम पर क्षुद्र राजनीति की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को जात-पात के आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है. ऐसा नहीं होने देंगे. ऐसी राजनीति करनेवाले का आम जनता को भी मुखर होकर विरोध करना चाहिए.