17 गांव के ग्रामीण कोपे गांव स्थित वन क्षेत्र में जुटे

सरायकेला : सरायकेला प्रखंड के कोपे गांव स्थित वन क्षेत्र में वन विभाग व वन समितियों के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण रक्षाबंधन पर्व का आयोजन किया गया. जिसमें 17 गांव के ग्रामीणों ने जुट कर पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध कर उनकी रक्षा का संकल्प लिया. साथ ही पेड़ों को खुद नहीं काटने एवं किसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2017 5:44 AM

सरायकेला : सरायकेला प्रखंड के कोपे गांव स्थित वन क्षेत्र में वन विभाग व वन समितियों के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण रक्षाबंधन पर्व का आयोजन किया गया. जिसमें 17 गांव के ग्रामीणों ने जुट कर पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध कर उनकी रक्षा का संकल्प लिया.

साथ ही पेड़ों को खुद नहीं काटने एवं किसी के द्वारा नहीं काटने देने का भी संकल्प लिया गया. इस अवसर पर जिला वन पदाधिकारी ए एक्का ने कहा कि मानव व पेड़ों में अनोनाश्रय संबंध है. बिना पेड़ के मानव जीवन की कल्पना संभव नहीं है. अगर पेड़ों से हमें शुद्ध ऑक्सीजन नहीं मिलेगा, तो मानव जीवन नहीं रह पायेगा. इसलिए पेड़ों को बचाने व पर्यावरण की रक्षा के लिए संकल्प लेने की जरूरत है. पठानमारा पंचायत के मुखिया संजय होनहागा ने कहा कि रक्षा बंधन पर बहन भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध कर भाई से आजीवन रक्षा का संकल्प लेती है. वहीं हम पेड़ों की रक्षा करने का संकल्प लेकर पेड़ को बचायेंगे. मुखिया ने कहा कि हमारा समाज प्रकृति का पूजक है. मुखिया ने सभी से अपने जीवन काल में पांच पेड़ लगाने का संकल्प लेने की बात कही. मौके पर रेंजर सुरेश प्रसाद, दिलीप मिश्रा, अरविंद सिन्हा, लोदरो हेस्सा, 17 गांव के मुंडा व अन्य उपस्थित थे.
इस गांव के मुंडा व ग्रामीण हुए शामिल: सरायकेला वन क्षेत्र के कोपे, हुडांगदा, पहाड़पुर, छोटाथोलको, मांगुडीह, पठानमारा, पलाशबांध, मुडकुम, खुवा, रगरगी, पश्चिम सिंहभूम के खूंटपानी प्रखंड के कुंटी, खीरी, गेंदमुंडी, कुमराम व सांगाजाटा गांव के ग्रामीण.

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