शचींद्र कुमार दाश/प्रताप
खरसावां/सरायकेला : साहित्य के क्षेत्र में कार्य करनेवाले लोगों को हर वर्ष पंडित रघुनाथ मुर्मू साहित्य सम्मान दिया जायेगा. यह घोषणा मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संताली भाषा ओल्चीकि के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती पर राजनगर के दुर्गापूजा मैदान में आयोजित भाजपा के प्रमंडल स्तरीय अनुसूचित जनजाति सम्मेलन में की. साथ ही उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में संताली भाषा में पढाई शुरू करने की भी घोषणा की.
उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर झारखंड आंदोलन तक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. देश कीआजादी के बाद आदिवासियों के विकास के नाम पर अरबों रुपये खर्च हुए, परंतु उनका अपेक्षित विकास नहीं हो सका है. राज्य सरकार आदवासियों के विकास के लिए कृत संकल्पित है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में सरलीकरण आदिवासियों के विकास के लिए किया गया है. परंतु, झारखंडी नामधारीदल व कुछ अदृश्य शक्ति को यह रास नहीं आ रही है. कुछ लोग स्थानीय लोगों में यह भ्रम फैला रहे है कि राज्य सरकार आदिवासियों की जमीन छिन लेगी. ऐसे लोगों को बताना चाहिए कि दो साल में कितने लोगों की जमीन छिनी गयी है? ये लोग आदिवासियों को बरगला कर अपना राजनीतिक रोटी सेंकने का कार्य करे रहे हैं.
रघुवर दास ने कहा कि मैं आलोचना व धमकी से डर कर पीछे हटनेवाला नहीं हूं. राज्य में बदलाव व विकास का रथ किसी की धमकी से रुकनेवाला नहीं है. आदिवासियों के विकास के लिए कार्य करते रहेंगे. अगले चार-पांच सालों में राज्य को विकसित प्रदेश बनायेंगे. झारखंड को विकास की नयी ऊंचाइयों तक ले जायेंगे.
कार्यक्रम को सांसद सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ, विधायक लक्ष्मण टुडू, गंगोत्री कुजुर, शिवशंकर उरांव, राम कुमारपाहन, मेनका सरदार, जेबी तुबिद, उदय सिंह देव, गणेश माहली, बडकुंवर गागराई, पुतकर हेंब्रम समेत कई लोगों ने संबोधित किया.
मुख्यमंत्री के मुख्य बातें
- पंडित रघुनाथ मुर्मू के नाम से प्रति वर्ष दिया जायेगा साहित्य सम्मान
- प्राथमिक विद्यालयों में संताली भाषा में शुरू होगी पढ़ाई
- सीएनटी-एसपीटी के नाम पर लोगों में भ्रम फैला रहे झारखंडी नामधारी दल
- सिल्क व लाह उद्योग को बढ़ावा देंगे, लाह के लिए अलग बोर्ड होगा गठित
- 299 एमबीए डिग्री धारियों की होगी बहाली
- टेक्सटाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सखी मंडल महिलाओं को मिलेगा प्रशिक्षण