सरायकेला : अब विद्यालयों में लकड़ी के चूल्हे पर मध्याह्न भोजन नहीं बनेगा. अब सभी स्कूलों में एलपीजी से मध्याह्न भोजन बनाकर बच्चों को परोसा जायेगा. इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक फुलमनी खलखो ने सभी बीइइओ को पत्र जारी कर यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. सभी विद्यालयों में एलपीजी गैस आधारित किचन की व्यवस्था हो चुका है. बच्चों का मध्याह्न भोजन परोसने वाली माता समिति की रसोइयों व बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
विद्यालयों का गैस कनेक्शन माता समिति के नाम पर होगा, ताकि मिलने वाली सब्सिडी माता समिति के बैंक एकाउंअ में मिल सके. डीएसइ ने बताया कि विद्यालयों में छात्र संख्या के आधार पर गैस चूल्हा व सिलिंडर उपलब्ध कराया जायेगा. शून्य से 50 छात्र संख्या वाले विद्यालयों में दो सिलिंडर व दो चूल्हा, 50 से 200 संख्या वाले विद्यालयों में तीन सिलिंडर व दो चूल्हा, 200 से 500 छात्र संख्या वाले विद्यालयों में चार सिलिंडर व तीन चूल्हा जबकि 500 से अधिक छात्र संख्या वाले विद्यालयों में पांच सिलिंडर व चार चूल्हा दिया जायेगा, ताकि ससमय मध्याह्न भोजन बन सके.