महिला कॉलेज में कार्यक्रम, प्राचार्या ने कहा- नशापान और बाल विवाह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

नशापान करना जानलेवा हो सकता है. कम उम्र में मां बनने से जान का खतरा रहता है. उन्होंने छात्राओं को समाज की कुरीतियों से खुद को दूर रखने के साथ लोगों को जागरूक करने की अपील की.

By Prabhat Khabar Print | June 27, 2024 11:41 PM

सरायकेला. महिला महाविद्यालय सरायकेला में गुरुवार को महाविद्यालय और एनसीडी कोषांग स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम किया गया. इसकी अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ स्पार्कलिन देई ने की. कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम से परामर्शी अशोक यादव, समाजसेवी राधिका कुमारी, राष्ट्रीय बाल स्वस्थ कार्यक्रम से डॉ विशाल, एनसीडी कोषांग से जिला कार्यक्रम सहायक पुष्कर भूषण व कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन से नीतू सिंह और मुकेश कुमार उपस्थित थे. प्राचार्या ने कहा कि नशापान और बाल विवाह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं. नशापान करना जानलेवा हो सकता है. कम उम्र में मां बनने से जान का खतरा रहता है. उन्होंने छात्राओं को समाज की कुरीतियों से खुद को दूर रखने के साथ लोगों को जागरूक करने की अपील की. मौके पर छात्राओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से नशा मुक्ति पर लघु फिल्म दिखायी गयी. छात्राओं से प्रश्नोत्तरी के माध्यम से उनके विचार जानने की कोशिश की गयी. सरल तरीके से उनकी समस्याओं का समाधान किया गया. कार्यक्रम में भाग लेने वाली छात्राओं को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाया गया. मौके पर महाविद्यालय की चंपा पॉल, प्रेमा नूतन गाड़ी, डॉ श्वेत लता, बीबी भुइयां, राजेश कुमार मंडल व चंद्रशेखर राय सहित सभी छात्राएं मौजूद थीं.

छात्राएं हुईं पुरस्कृत

छात्रा गांगी मुंडा, सानिया परवीन, प्रिया साहू, सुभद्रा लोहार, नाहिद परवीन व फलक जबीन को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के शिक्षकों व कर्मियों के बीच टी शर्ट का वितरण किया गया. दो शिक्षकों को तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की ओर से बैग दिया गया.

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