रांची : कुछ माह पूर्व झामुमो से बीजेपी में आए पूर्व सीएम चंपाई सोरेन (Champai Soren) का सुर पूरी तरह बदल गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि मौजूदा सरकार ने जनता के लिए कुछ नहीं किया है. वह मेरे पांच महीने के कार्यकाल की उपलब्धियां बता कर आज जनता से वोट मांगने जा रहे हैं. जनता सब जानती है. अबकी बार परिवर्तन होकर रहेगा. बता दें कि उन्होंने ये बातें ऐसे वक्त में कही जब झारखंड की राजनीति गर्म है. लेकिन कभी उन्होंने विधानसभा के विशेष सत्र में खुद को हेमंत सोरेन पार्ट-2 बताया था. दरअसल चंपाई सोरेन बुधवार को भाजपा का सिंबल लेकर पहली बार सरायकेला जिला मुख्यालय पहुंचे थे. इसी दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की.
अपने कार्यकाल में हुए नियुक्ति का भी किया बखान
चंपाई सोरेन ने कहा कि उन्होंने छोटे से कार्यकाल में कैलेंडर तैयार कर 26 हजार सहायक अध्यापक की नियुक्ति का रास्ता खोला. पांच हजार सिपाही भर्ती करायी. इतना काम करने के बाद भी मुख्यमंत्री पद से हटने को कहा गया. सत्ता का लालच नहीं था, इसलिए तुरंत कुर्सी छोड़ दी. चंपाई ने कहा कि सरायकेला शहर को मॉडर्न सिटी के रूप में विकसित करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है. इसे लेकर पहल भी की थी. लेकिन सीएम से हटते ही हेमंत सरकार ने इसके लिए पैसा देना बंद कर दिया.
आदिवासियों की विरोधी है कांग्रेस, सावधान रहें
चंपाई सोरेन ने कांग्रेस पार्टी को भी आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस कभी भी आदिवासियों की हितैषी नहीं रही है. आज जो आदिवासी धर्म कोड को मान्यता देने की बात चल रही है, वह 1951 तक लागू थी. लेकिन कांग्रेस सरकार ने सरना धर्म कोड को खत्म कर दिया. कांग्रेस ने झारखंड आंदोलन को भी कुचलने का काम किया. आदिवासियों पर गोली चलवायी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी आदिवासी का भला नहीं सोच सकती. उसके साथ गठबंधन करने वाली पार्टियां आखिर आदिवासियों का कैसे भला कर सकती हैं.
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