सरायकेला.
राजकीय छऊ कला केंद्र में गुरुवार की रात राजकीय चैत्र पर्व ‘छऊ महोत्सव’ का रंगारंग आगाज हुआ. पहले दिन छऊ कलाकारों ने मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की. जिसमें कलाकारों ने ढोल-नगाड़े की थाप व शहनाई की धुन पर छऊ नृत्य पेश किया. एक मंच पर छऊ के साथ-साथ विभिन्न लोक कलाओं के प्रदर्शिन को लोगों ने खूब सराहा.जानकारी के अनुसार, पहले दिन खरसावां, सरायकेला व मानभूम शैली के छऊ को प्रदर्शित किया गया. छऊ नृत्य में कलाकारों ने अपनी भाव-भंगिमाओं के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं, छऊ कलाकारों ने धार्मिक थीम पर आधारित महिषासुर वध नृत्य पेश कर वाहवाही बटोरी. इसके साथ ही खरसावां के कलाकारों ने शिकारी नृत्य के जरिये वन्य जीवों का शिकार नहीं करने व उनके के संरक्षण का संदेश दिया.बिहू, पाइका व भारत नाट्यम को दर्शकों ने सराहाइधर, राजकीय चैत्र पर्व ‘छऊ महोत्सव’ के दौरान देश की विविध कलाओं को एक मंच पर प्रदर्शित होते देखा गया. जिसमें असम से आये हरने शर्मा व दल के द्वारा आकर्षक बिहू नृत्य की प्रस्तुति दी गयी. कलाकारों द्वारा प्रस्तुत बिहू नृत्य को दर्शकों ने खूब सराहा. वहीं, चोगा (ईचागढ़) के गुरु प्रभात कुमार महतो के निर्देशन में कलाकारों ने वीर रस पर आधारित पाइका नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों में जोश भर दिया. प्रांतिका मुखर्जी ने अपने नृत्य दल के साथ भारत नाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया.इन्होंने किया कार्यक्रम का उद्घाटन
कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त हरि कुमार केशरी, डीआइजी मनोज रतन चौथे, डीसी रवि शंकर शुक्ला, एसपी मनीष टोप्पो, डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार, एसडीओ सुनील कुमार प्रजापति आदि.