सरायकेला : कोरोनावायरस के संभावित संक्रमण को लेकर पूरी तरह से सरायकेला-खरसावां के ग्रामीण क्षेत्र के लोग सचेत हो गये हैं. शहर से लेकर गांव तक लॉकडाउन का असर दिख रहा है. खरसावां के रामपुर, बेहरासाही मुस्लिम बस्ती, बेहरासाही आदिवासी टोला, खेजुरदा, सीमला, कदमडीहा मुस्लिम बस्ती, आमदा पुराना बाजार, हांसदा, कुचाई के परोलबादी, गम्हरिया के कोलाबिरा, टेंटोपोसी समेत एक दर्जन गांवों में ग्रामीणों ने बैरियर लगाकर बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है.
एहतियात के तौर पर ग्रामीण बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर रोक लगाने के साथ-साथ बैरियर की निगरानी भी कर रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा गांव में सामान लेकर आने वाले फेरीवालों को वापस भेज दिया जा रहा है. इसके लिए गांव के प्रवेश द्वार पर लोगों ने बैरियर लगाकर पोस्टर चिपकाया है. पोस्टर में लिखा गया है कि गांव में कोरोना संक्रमण को लेकर बाहरी लोगों का प्रवेश करना मना है. बेवजह गांव में प्रवेश नहीं करें. अगर गांव का भी कोई व्यक्ति किसी दूसरे राज्य या शहर से आता है तो इसकी सूचना भी प्रशासन को देने के साथ-साथ स्वास्थ्य जांच कराया जा रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को लेकर यह कदम उठाया गया है. बताया गया कि गांव में बाहर से कोई व्यक्ति आयेगा तो इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी जायेगी. साथ ही स्वास्थ्य जांच भी कराया जायेगा. गांव के लोगों ने भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाने, लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करने का निर्णय लिया है. सरकार की ओर से जारी सभी निर्देशों का पालन भी हो रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि कोरोना वायरस से गांव को बचाने के लिए गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाया गया है.
बंद रहा खरसावां-कुचाई बाजार, सड़कें रही वीरान
लॉकडाउन को लागू कराने में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सख्ती बरत रही है. बेवजह सड़कों पर घूमने वालों को खदेड़ा जा रहा है. दिन के समय खरसावां का चांदनी चौक से लेकर बाजार के सभी दुकान बंद हो रहे हैं. परंतु शाम को लोगों को सड़कों पर घूमते देखा जा रहा है. कुचाई, राजखरसावां व बड़ाबम्बो स्टेशन मार्केट की भी यही स्थिति है. जगह-जगह पर सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं. दिनभर सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. सुरक्षा बल के जवान लगातार गश्ती कर रहे हैं. दूसरे प्रदेशों से लौट रहे मजदूरों पर नजर रखने के साथ-साथ उनका स्वस्थ्य जांच भी कराया जा रहा है.