सरायकेला. सरायकेला स्थित जिला कृषि कार्यालय परिसर में गुरुवार को जिला स्तरीय किसान मेला सह प्रदर्शनी लगायी गयी. इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, जिप उपाध्यक्ष मधुश्री महतो व डीडीसी आशीष अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया. जिप अध्यक्ष ने कहा कि मेला का उद्देश्य किसानों को नयी तकनीक बताना है, ताकि उनकी आय बढ़ सके.
डीसी ने कहा कि किसान की आय बढ़ोतरी के लिए केंद्र व राज्य सरकार कई योजना चला रही है. कृषि में नयी तकनीक के उपयोग व सहायक उपकरणों से किसान बेहतर उपज कर आय बढ़ा सकते हैं. जिले के विभिन्न क्षेत्र में किसान मित्रों की उत्कृष्ट खेती (फ़सल) को प्रदर्शित कर अन्य किसानों को प्रेरित करना है. किसान मेला में स्टॉल का भ्रमण कर कृषि के नये उपकरणों के उपयोग, नयी तकनीक व उन्नत गुणवत्ता के बीज की जानकारी जरूर लें. इसके साथ अपने योग्य योजनाओं के लाभ के लिए आवेदन करें, ताकि सरकार की कल्याणकारी योजनाएं सही लोगों तक पहुंच सके.किसान मेला को जिप उपाध्यक्ष मधुश्री महतो व डीडीसी आशीष अग्रवाल ने भी संबोधित किया. किसान मेला में किसानों के बीच परिसंपत्ति का वितरण किया गया. कार्यक्रम का संचालन उप परियोजना पदाधिकारी विजय कुमार ने किया. मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ,सहायक समाहर्ता कुमार रजत, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी सहित अन्य उपस्थित थे.
जैविक खेती को बढ़ावा दें किसान, खेत की उर्वरता बनी रहेगी
राजनगर. राजनगर प्रखंड के बाघरायसाई में बीडीआर सर्टिफिकेशन व सहयोगी महिला की ओर किसानों को जैविक व मिश्रित कृषि प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम में जर्मनी से आये बीडीआर सर्टिफिकेशन के निदेशक प्रकाश चंद्र झा, कृषि विशेषज्ञ अभिषेक, नीलम मिश्रा, संजीव मिश्रा, सईदा हसीन, मुकेश झा, सीमा झा(पीआर), पद्मश्री चामी मुर्मू, सहयोगी महिला के सचिव जवाहर महतो आदि उपस्थित थे.प्रकाश चंद्र झा ने कहा कि किसानों की आमदनी दोगुनी करना और प्रकृति को बचाना हमारा उद्देश्य है. रासायनिक खेती से लोग बीमार पड़ रहे हैं. हमें जैविक खेती करने की आवश्यकता है. पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों में जैविक खेती हो रही है. जैविक खेती से किसान की स्थिति मजबूत हो गयी है.
कृषि विशेषज्ञ नीलम मिश्रा ने कहा कि मिश्रित खेती से किसान को फायदा के साथ खेत भी उर्वरक बना रहता है. कृषि वैज्ञानिक सईदा हसीन ने कहा कि रासायनिक खाद से खेत की उर्वरक शक्ति खत्म हो रही है. कृषि वैज्ञानिक अभिषेक ने कहा कि अभिषेक ने कहा कि मिश्रित खेती से खेत की उपजाऊ बना रहता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है