खरसावां.कुचाई के लेप्सो गांव में ग्रामसभा व सामुदायिक वन पालन समिति की ओर से वनाधिकार शिलापट्ट स्थापना दिवस मनाया गया. गांव के पाहन सह ग्राम मुंडा मंजुरा मुंडा ने स्थल पर पारंपरिक रूप से पूजा की. इस दौरान ग्रामसभा ने सामूहिक रूप से वन संसाधनों का संरक्षण, पुनर्जीवित और प्रबंधन करने का निर्णय लिया. जैव विविधताओं के साथ जल स्रोतों का संरक्षण, प्रबंधन और जंगल कटाई नहीं करने, वनोपज का प्रसंस्करण करने का निर्णय लिया गया. सामुदायिक वन पालन संस्थान के सोहनलाल कुम्हार ने कहा कि हर हाल में वनों की रक्षा की जायेगी. वनों से ही हमारा अस्तित्व जुड़ा है. वनाधिकार कानून के विभिन्न प्रसंगों पर विस्तार से जानकरी देते हुए गांव के लोगों को ग्रामसभा के जरिये जागरूक करने की बात कही.
वनों का घनत्व धीरे-धीरे बढ़ रहा
सोहनलाल ने कहा कि वर्ष 2020 में झारखंड सरकार ने वन अधिकार कानून 2006 के तहत लेप्सो ग्रामसभा को वन अधिकार प्रमाण पत्र निर्गत किया था. कुल 306 एकड़ 71 डिसमिल वनभूमि पर सामुदायिक पट्टा मिला है. अब धीरे-धीरे वनों का घनत्व भी बढ़ रहा है. सामुदायिक वन पालन संस्थान के प्रशिक्षक राजेश कुमार महतो व प्रकाश भुइयां ने वन अधिकार कानून 2006, पेसा कानून 1996 के संबंध में जानकारी दी. साथ ही गांव के लोगों को वनाधिकार कानून के प्रति जागरूक करने पर भी बल दिया. इस दौरान भरत सिंह मुंडा, मनोज मुदुइया, कृष्ण सोय, परीक्षित सोय समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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