खरसावां के पूर्व बीजेपी विधायक मंगल सिंह सोय ने सीट पर ठोकी दावेदारी, कहा अगर अर्जुन मुंडा को प्रत्याशी…
पूर्व बीजेपी विधायक मंगल सिंह सोय ने खरसावां विधानसभा सीट की उम्मीदवारी के लिए दावा ठोक दिया है. बता दें 2009 में अर्जुन मुंडा को मुख्यमंत्री बनाने में मंगल सिंह सोय का अहम योगदान रहा है. मंगल सिंह सोय हमेशा से बीजेपी के लिए संकट मोचन का काम किया है.
खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश : पूर्व विधायक और बीजेपी के समर्पित नेता मंगल सिंह सोय ने एकबार फिर से खरसावां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है. इसे लेकर उन्होंने जिलाध्यक्ष को आवेदन दिया है. हालांकि उन्होंने पहली प्राथमिकता पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को देने की मांग की है. सोय ने कहा कि यदि अर्जुन मुंडा चुनाव नहीं लड़ते हैं तो उन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
2009 में बने से थे विधायक, तत्कालिन सीएम को विस भेजने के लिये के लिये दिया इस्तीफा
मंगल सोय ने बीजेपी जिलाध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है कि पिछले 25 वर्षों से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता के रुप में कार्य कर रहे है. 2009 के विस चुनाव में 27 हजार से अधिक वोट से खरसावां विस सीट से जीत दर्ज की थी. उसी दौरान आवश्यकता पडने पर पार्टी के निर्देशानुसार 2010 में खरसावां सीट खाली करने के उद्देश्य से विस से इस्तीफा दिया, ताकि तत्कालिन सीएम अर्जुन मुंडा खरसावां से विस चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंच सके. सोय ने कहा कि इनके इस्तीफे के पश्चात खाली पड़े खरसावां विस सीट पर 2011 में हुए उप चुनाव में खरसावां तत्कालिन सीएम अर्जुन मुंडा जीत हासिल कर विस पहुंचे.
हमेशा से रहे हैं बीजेपी के संकटमोचन
2019 के विस चुनाव में भी पार्टी के निर्देशानुसार चाईबासा के पूर्व विधायक जवाहर लाल बानरा को पार्टी टिकट मिलने पर, उनका समर्थन किया, परंतु दुर्भाग्यवश वे चुनाव हार गये. उन्होंने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि पूर्व की भांति इस बार भी वे पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा को प्रत्याशी बनाने का बनाने की मांग करते है. अगर किसी कारण अर्जुन मुंडा चुनाव नहीं लड़ते हैं तो उन्हें चुनाव लड़ने का मौका दिया जाये. मंगल सोय ने पत्र में कहा है कि वह क्षेत्र की बड़ा आवादी हो जनजाति से आते है तथा जमीन स्तर पर सक्रिय हो कर पार्टी के लिये कार्य कर रहे है. उन्होंने उम्मीद जताया कि पार्टी टिकट मिले, वह निश्चित रुप से जीत दर्ज करेंगे.
आखिर क्यों कि सोय ने दावेदारी
दरअसल पिछले दो विधानसभा चुनाव में बीजेपी को राज्य के हॉट सीट खरसावां में हार का मुंह देखना पड़ा है. झामुमो के दशरथ गागराई ने खरसावां से लगातार दो चुनाव में जीत दर्ज की है. मंगल सिंह सोय भाजपा के एक ऐसे नेता जिन्होंने विधायक रहते हुए राज्य व पार्टी हित में झारखंड के मुख्यमंत्री के लिए अपनी विधायकी छोड़ दी और आज भी भाजपा के लिए सक्रिय योगदान लगातार जारी रखते हुए क्षेत्र की जनता की समस्याओं के समाधान में लगे हुए हैं.
अर्जुन मुंडा को सीएम बनाने में किया योगदान
1995 में अर्जुन मुण्डा को विधायक बनाने में सहयोगी रहे. बाद में भाजपा के राष्ट्रीय विचारधारा की राजनीति से जुड़कर 2000 में भाजपा से मुण्डा जी को विधायक बनाने में सहयोगी रहे. इस बीच देश में एक बड़ा परिवर्तन हुआ स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. अलग झारखंड राज्य बना. हालांकि कुछ वर्षो के बाद केंद्र और राज्य की राजनीति में उथल पुथल रहा. 2009 मंगल सोय के जीवन में एक बड़ा परिवर्तन लाया. भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का मौका हाथ लगा. विधायक भी बन गए. बहुत जल्द ही झारखंड की राजनीति के लिए मंगल सिंह सोय ने भरत की भूमिका निभाते हुए विधायक का पद छोड़कर अर्जुन मुण्डा के लिये छोड़ दिया. उसके बाद अर्जुन मुंडा ने यहां से जीत दर्ज की. खरसावां और सरायकेला के मध्य गोंडपुर गांव में पले- बढ़े युवा मंगल झारखंड आंदोलन में अर्जुन मुंडा के साथ सक्रिय हुए.