Saraikela News : वेद माता गायत्री की सामूहिक आरती से भक्तिमय हुआ माहौल
खरसावां. 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन दीप महायज्ञ में उमड़े श्रद्धालु
खरसावां.खरसावां के काली मंदिर परिसर में गायत्री परिवार ट्रस्ट सरायकेला के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन गुरुवार को दीप महायज्ञ हुआ. श्रद्धालुओं ने गायत्री मंत्र जाप व वेदमाता गायत्री के आह्वान के साथ हवन-पूजन किया. दीप महायज्ञ में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. वेद माता गायत्री की सामूहिक आरती उतारी गयी. पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया. इस दौरान शांतिकुंज हरिद्वार के ऋषिपुत्रों ने युग संगीत पेश कर समां बांधा.
25 लोगों के अलग-अलग संस्कार हुए
कार्यक्रम में 25 लोगों के अलग-अलग संस्कार कराये गये. विधि-विधान के साथ पुंसवन संस्कार, विद्यारंभ संस्कार व गुरु दीक्षा संस्कार कराया गया.जीवन को आनंदमय बनाने के लिए संस्कार, सद्गुण व सदाचार आवश्यक : राजकुमार भृगु
कार्यक्रम में गायत्री परिवार शांतिकुंज, हरिद्वार से पहुंचे राजकुमार भृगु ने ‘संस्कार व परंपरा’ विषय पर व्याख्यान दिया. उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में 16 संस्कार किये जाते थे. उन्होंने गर्भाधान संस्कार, पुंसवन संस्कार, सीमन्तोन्नयन संस्कार, जातकर्म संस्कार, नामकरण संस्कार, निष्क्रमण संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, मुंडन/चूडाकर्म संस्कार, विद्यारंभ संस्कार, कर्णवेध संस्कार, यज्ञोपवीत संस्कार, वेदारम्भ संस्कार, केशान्त संस्कार, समावर्तन संस्कार, विवाह संस्कार व श्राद्ध संस्कार के संबंध में जानकारी दी. हर संस्कार के पीछे एक वैज्ञानिक रहस्य छिपा हुआ है. अच्छे संस्कारों से अच्छे समाज का निर्माण हो सकता है. वर्तमान में पश्चिमी संस्कृति के अंधानुकरण व भौतिकता का प्रभाव हावी होते जा रहा है. उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार संस्कार परंपरा को पुनर्जीवित कर रहा है. उन्होंने कहा कि जीवन को आनंदमय बनाने के लिए संस्कार, सद्गुण व सदाचार का होना आवश्यक है.नशा निवारण संकल्प के साथ गायत्री महायज्ञ का समापन आज
शुक्रवार की सुबह पूर्णाहुति के साथ 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का समापन होगा. इस दौरान नशा निवारण संकल्प लिया जायेगा. इस दौरान शांतिकुंज, हरिद्वार के बनवारी लाल, गुण सागर राणा, श्रवण कुमार, अरविंद गिरि, गायत्री परिवार ट्रस्ट, सरायकेला-खरसावां के ट्रस्टी शंभू नाथ अग्रवाल, बसंती दीदी, राजेश कुमार साहू, गायत्री परिवार खरसावां के समंवयक तिलक महतो, अनिता प्रधान, मनोज प्रधान, मुना महारणा, विभीषण प्रधान, दनी प्रधान, अंजु प्रधान, मंजु प्रधान, राशि साहू समेत काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है