खरसावां. खूंटी के सांसद कालीचरण मुंडा ने लोकसभा में रेल संशोधन विधेयक-2024 पर हो रही बहस में हिस्सा लिया. उन्होंने झारखंड में रेल से संबंधित मामलों को उठाया. सांसद काली चरण मुंडा ने कहा कि मुझे इस विधेयक में वैसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है, जो चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनी रेलवे वर्क शॉप की बदहाल स्थिति को सुधार पाये. देश की आजादी के पूर्व 1923 में स्थापित सीनी वर्कशॉप में एक समय में करीब पांच हजार के आसपास रेलकर्मी कार्य कर रहे थे. वर्तमान समय में कर्मचारियों की संख्या घट कर कुछ सौ रह गयी है. सीनी रेलवे वर्कशॉप की मशीनें पुरानी हो गयी हैं. उत्पादन ठप सा हो गया है. क्या रेल मंत्री बता पायेंगे, इस विधेयक से सीनी वर्क शॉप की सेहत पर क्या असर होगा.
राजखरसावां में आनंद विहार एक्सप्रेस व कुर्ला शालीमार का ठहराव की मांग
सांसद ने कहा कि इस विधेयक के वित्तीय ज्ञापन में लिखा गया है कि यदि यह विधेयक अधिनियमित किया जाता है, तो उसमें भारत की संचित निधि से आवर्ती और अनावर्ती कोई वित्तीय व्यय पर परिवर्तन नहीं होगा. कोविड काल में राजखरसावां रेलवे स्टेशन पर ट्रेन संख्या 18427/28 (आनंद बिहार एक्सप्रेस) या 18029/30 कुर्ला शालीमार एक्सप्रेस का ठहराव बंद कर दिया गया है. इसका पुन: ठहराव करने पर क्या वित्तीय व्यय पर परिवर्तन आयेगा. सरकार या रेलवे की खास तौर पर एक सामाजिक जबावदेही होती है, जिसके लिये वित्तीय व्यय से ज्यादा चिंता जनता को ज्यादा सुविधा प्रदान कर उनके जीवन को खुशहाल करना होता है.सीकेपी-टाटा मेमू ट्रेन में कोच बढ़ाने की मांग
खूंटी के सांसद ने कहा कि चक्रधरपुर-टाटा मेमू में लोग भीड़ में सफर करने को मजबूर हैं. इस ट्रेन की कोच संख्या को सात से बढ़ा कर 12 किये जाने की आवश्यकता है. सांसद ने कहा कि सरकार चाहे तो एक ही रेल खंड पर एक के जगह दस जोड़ी वंदे भारत चला ले, परंतु मेमू, मेल या एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने वाले लोगों का भी ध्यान रखा जाये. इस दौरान उन्होंने खूंटी लोस क्षेत्र में रेलवे से संबंधित कई मामले भी उठाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है