Hemant Soren को षडयंत्र कर फंसाया था, कोर्ट से मिला न्याय, झामुमो विधायक ने कह दी बड़ी बात
खरसावां से झामुमो विधायक दशरथ गागराई ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल से छुटने पर खुशी जाहिर की. विधायक ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है.
सरायकेला-खरसावां : झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को कोर्ट से जमानत मिलने पर खरसावां के झामुमो विधायक दशरथ गागराई ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मामले में न्याय मिला. उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं.
बीजेपी पर कसा तंज
गागराई ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जा रहे थे. हेमंत सोरेन के द्वारा किये जा रहे जनहित के कार्यों से विपक्ष व भाजपा घबरायी हुई थी. तभी एक सोची समझी षडयंत्र के तहत लोस चुनाव से पूर्व केंद्र सरकार के इशारे पर इडी के द्वारा हेमंत सोरेन को बेवजह पांच माह तक जेल में डाल कर परेशान किया गया.
जमीन घोटाले से हेमंत का कोई लेना-देना नहीं
झामुमो विधायक ने कहा कि जमीन के जुड़े केस में हेमंत सोरेन को इडी ने गिरफतार किया था, उसमें हेमंत सोरेन का दूर दूर तक कोई हाथ ही नहीं था. न्याय पालिका ने न्याय करते हुए हेमंत सोरेन को जमानत दिया है. गागराई ने कहा कि जनता का हेमंत सोरेन के प्रति हमेशा स्नेह रहा है और आगे भी रहेगा. हेमंत सोरेन को जमानत मिलना झारखंड की जनता का जीत है.
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विस चुनाव में भाजपा को सबक सिखायेगी जनता
विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर हेमंत सोरेन के मान सम्मान पर चोट पहुंचाने का कार्य किया गया. आने वाले विस चुनाव में राज्य की जनता इसका हिसाब करेगी और भाजपा को सबक सिखायेगी. इडी एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है, लेकिन यह केंद्र सरकार के इशारे पर विपक्षी दलों के नेताओं को परेशान करने का काम रही है.
इडी का ध्यान भाजपा के नेताओं की ओर भी जाना चाहिये
दशरथ गागराई ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद बीजेपी के भी कई नेता मंत्री व मुख्यमंत्री रहे हैं. पूर्व में सीएम व सांसद रहे भाजपा के नेताओं के नेताओं भी इडी का ध्यान जाना चाहिये. निर्दलीय विधायक सरयु राय भी कई बार भाजपा के पूर्व सीएम पर भी सवाल उठा चुके है. इडी को भाजपा नेताओं की भी जांच करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि इडी सिर्फ दल विशेष के नेताओं को टारगेट कर प्रताड़ित करती है. ऐसे में इडी की निष्पक्षता पर भी सवाल उठने के साथ साथ लोगों का भरोसा भी समाप्त कम होगी. इडी को निष्पक्ष तरीके से जांच करना चाहिये.
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