HMPV वायरस को लेकर सरायकेला में प्रशासन की क्या है तैयारी, डॉक्टर बोले- इन लोगों को सावधान रहने की जरूरत

HMPV Virus: सरायकेला में एचएमपीवी वायरस को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. सदर अस्पताल में 50 से अधिक बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन पहुंच गयी है.

By Sameer Oraon | January 8, 2025 8:00 PM

सरायकेला, धीरज सिंह : भारत में ह्यूमन मेंटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) वायरस की पुष्टि होने के बाद से ही सरायकेला जिला अलर्ट मोड पर है. इसे लेकर सदर अस्पताल सरायकेला में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसकी जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि ह्यूमन मेंटान्युमो वायरस को लेकर हॉस्पीटल में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. फिलहाल जिले में एचएमपीवी का एक भी मामला नहीं है. लेकिन हमलोग पूरी तरह से चौकन्ने हैं. अगर एक भी मामला सामने आता है को इसकी जांच भी शुरू हो जाएगी.

घबराने की जरूरत नहीं साधारण सर्दी खांसी जैसा है यह रोग

सिविल सर्जन ने बताया कि एचएमपीवी वायरस सीजिनल इंफ्लूएंजा वायरस की तरह है. इसके प्रभाव से ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. यह साधारण सर्दी खांसी के जैसा ही है. लेकिन कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अथवा गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग, छोटे और कुपोषित बच्चों को इससे सावधान रहने की जरूरत है. ऐसे लोगों के लिए यह वायरस बहुत अधिक प्रभावी हो सकता है.

सार्वजनिक व भीड़ भाड़ वाले जगहों पर पहने मास्क

सरायकेला के सिविल सर्जन ने कहा कि एचएमपीवी वायरस से बचाव के लिए सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है. भीड़ भाड़ वाले अथवा सार्वजनिक स्थलों पर मास्क का उपयोग करना चाहिए. साथ ही नियमित रूप से हाथ को साफ करते रहना चाहिए. उन्होंने कहा की इसका उपचार लक्षण के आधार पर किया जाता है जो संभव है. किंतु इसके प्रभाव में आने से बचने के लिए कोविड के जैसे गाइडलाइन का पालन करना बेहतर रहेगा.

सदर अस्पताल में 50 से अधिक ऑक्सीजन बेड

सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. यहां के 50 से अधिक बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन को पहुंचाया गया है. शेष बचे हुए बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन पहुंचाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और एक माह के अंदर अस्पताल के सभी बेड तक ऑक्सीजन को पहुंचाया जाएगा.

जिले के सभी सीएचसी में ऑक्सीजन उपलब्ध

सिविल सर्जन ने कहा कि जिले के सभी सीएचसी में भी ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है. ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए सभी सीएचसी में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है. इसके साथ ही एचएमपीवी वायरस के उपचार के लिए सभी आवश्यक दवाएं सभी सीएचसी और सदर अस्पताल में उपलब्ध हैं.

जिले में सदर अस्पताल सरायकेला और कुचाई में है ऑक्सीजन प्लांट

सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि कोविड के दौरान स्वस्थ विभाग की ओर से जिले में सरायकेला और कुचाई में ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया था. सरायकेला का प्लांट एक्टिव मोड पर है किंतु कुचाई प्लांट के पावर यूनिट में कुछ खराबी आ गई है. मरम्मती कार्य जारी है, एक सप्ताह के अंदर उसे ठीक करा लिया जाएगा.

एचएमपीवी वायरस का मोडिलेट रेट बहुत कम

सिविल सर्जन का यह भी कहना है कि एचएमपीवी वायरस का मोडिलेट रेट बहुत कम है. यह कोविड के जैसा नहीं. इसका प्रभाव साधारण सर्दी खांसी के जैसा ही है. उन्होंने कहा कि सर्दी खांसी के उपचार के बाद भी अगर यह एक सप्ताह से अधिक तक रहता है तो ऐसे मरीजों को आइसोलेट करने की जरूरत है.

क्या कहते हैं डॉक्टर

एचएमपीवी वायरस को लेकर हमने पूरी तैयारी कर ली है. इससे ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं. थोड़ी सावधानी बरतनी आवश्यक है. इसका उपचार संभव है और इसकी दवा सभी सीएचसी और सदर अस्पताल में उपलब्ध है. आवश्यक परिस्थियों के लिए जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है.

डॉ अजय कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन सरायकेला खरसावां

क्या कहते हैं उपायुक्त

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक ऐसा वायरस है जिसके लक्षण काफी हद तक सामान्य सर्दी-जुकाम के समान होते हैं. ऐसे में इससे पैनिक या घबराने की आवश्यकता नही हैं. इससे बचाव के लिए साफ-सफाई के अलावा, मास्क का प्रयोग, हाथ की सफाई (सेनेटाइजर) का विशेष ध्यान रखें. वर्तमान में हम सभी को सुरक्षित और सावधान रहने की जरूरत है.

रवि शंकर शुक्ला, उपायुक्त सरायकेला खरसावां

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