झारखंड में एक बार फिर से बनेगी इंडिया गठबंधन की सरकार, कल्पना सोरेन ने कही ये बात

कल्पना सोरेन इन दिनों चंपाई सोरेन के गढ़ कोल्हान की यात्रा कर रही है. इस दौरान कल्पना बीजेपी पर जम कर निशाना साध रही है. देर रात खरसावां में हुए सभा के बाद कल्पना सोरेन ने पत्रकारों से कहा कि 2019 से ही सरकार गिराने की साजिश हो रही है लेकिन इस बर एक बार फिर से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनेगी.

By Kunal Kishore | September 28, 2024 12:05 PM

खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश : कोल्हान दौरे पर पहुंची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी सह गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन कहा कि अगले विस चुनाव में झामुमो और इंडिया गठबंधन पूरी ताकत के साथ लड़ने के लिये तैयार है, क्योंकि जनता हमारे साथ है. 2019 में जैसे ही राज्य में झामुमो की सरकार बनी, उसी समय ही बीजेपी वाले इस सरकार को गिराना चाहते थे.

पत्रकारों से बातचीत में कल्पना ने कहा माताओं और बहनों का आशिर्वाद झामुमो को मिलेगा

पत्रकारों से बातचीत में कल्पना सोरेन ने कहा कि खरसावां समेत झारखंड के हर कोनें में कोई न कोई शहीद हुआ है. झारखंड वीर भूमि है. शहीदों का आशीर्वाद हमारे साथ है. हमने शहीदों से सीखा है कि परिस्थिति कितनी भी विषम क्यों न हो, आपकों हमेशा लडते रहना है, झूकना नहीं है. झारखंड ने कभी झूकना नहीं सीखा है. निरंतर लडना सीखा है. यह हमारे पूर्वजों ने हमें सीखाया है. झारखंड की अबुआ सरकार झारखंडियों के सपनों को पूरा कर रही है, तो बीजेपी वालों को परेशानी हो रही है. विपक्ष चाहे जितना जोर लगा ले, यहां उनकी चलने वाली नहीं है. आसन्न विधानसभा चुनाव में माताओं और बहनों का आशीर्वाद फिर से झामुमो को प्राप्त होगा और हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनेगी.

https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/09/WhatsApp-Video-2024-09-28-at-11.14.25-AM-1.mp4

मंईयां सम्मान योजना क्रांतिकारी कदम, पर कुछ लोगों को महिलाओं को खुशियां बरदास्त नहीं होती

कल्पना सोरेन ने मंईयां सम्मान योजना को क्रांतिकारी कदम बताया. झारखंड राज्य गठन के बाद कई मुख्यमंत्री बने, लेकिन किसी ने भी आधी आबादी के बारे नहीं सोचा. पहली बार हेमंत जी ने महिलाओं के सम्मान के लिये योजना बनाया. पहले के सरकारों ने इस पर क्यों नहीं सोचा ? यह अपने आप में एक क्रांतिकारी कदम है. अब कुछ लोग कोर्ट में पीआईएल दाखिल कर इसे बंद कराना चाहते है. हमें तो उनके सोच पर ही तरस आता है. सवाल पुछाना चाहुंगी कि जब ऐसे ही कार्यक्रम दूसरे राज्यों में बनते है, तो वह संवैधानिक हो जाते है, लेकिन झारखंड में हेमंत सोरेन कुछ भी करे तो वह असंवैधानिक कैसे हो सकता है ? इसे रोक लगाने के लिये पीआईएल किया जाता है. पीआईएल करने वालों से पुछना चाहती हूं कि क्यां उन्हें हमारी आधी आबादी की खुशियां बरदास्त नहीं होती.

पूर्व की सरकारों ने महिलाओं के लिये कुछ नहीं किया

कल्पना सोरेन ने कहा कि भाजपा ने अपने पूर्व के पांच साल में क्यों नहीं माता-बहनों के बारे में सोचा. ऐसे लोगों पर दया आती है कि उनके पास ऐसि क्रांतिकारी सोच नहीं थी, क्योंकि उनके पास हेमंत सोरेन नहीं है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री बेबी देवी की अगुवाई में राज्य की तमाम माताओं और बहनों को सम्मान दिया है. मंईयां सम्मान यात्रा के माध्यम से हम महिलाओं की खुशी देखने आये है.

मंइया सम्मान यात्रा को मिल रहे जन समर्थन से विरोधियों की बोलती बंद हो गई : दशरथ गागराई

विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि मंइया सम्मान यात्रा को मिल रहे अपार जन समर्थन से विरोधियों की बोलती बंद हो गई है. अब तो स्थिति ऐसी बन गई है कि भाजपा शासित राज्यों में इस योजना की कॉपी की जा रही है. भाजपा शासित ओड़िशा में इसे सुभद्रा योजना के नाम से चालू किया गया है. कैसी विडंबना है देखिए झारखंड में मंइया सम्मान योजना को बंद कराने के लिए भाजपाई कोर्ट में पीआईएल लगा रहे हैं और भाजपा शासित राज्यों में इस योजना की कॉपी की जा रही है.

Also Read : विधानसभा चुनाव के दौरान CM हेमंत सोरेन और PM मोदी को मिलेगी विशेष सुरक्षा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भेजी रिपोर्ट



Next Article

Exit mobile version