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JAC 10th Result 2024: प्रिंस कुमार बना सरायकेला जिले का टॉपर, छात्राओं का रहा दबदबा

आयोग द्वारा जारी रिजल्ट को देखें तो इस साल सरायकेला जिले से 6691 छात्राओं ने परीक्षा दी जिसमें 6058 सफल रही. जबकि 6291 छात्र में 5570 सफल रहे.

By Sameer Oraon | April 19, 2024 7:29 PM

प्रताप मिश्रा, सरायकेला: जैक द्वारा संचालित मैट्रिक की परीक्षा में सरायकेला के छात्र-छात्राओं ने उम्दा प्रदर्शन किया है. हालांकि, हर साल की तरह इस साल भी लड़कियों ने अपना दबदबा कायम रखा है. छात्राओं के पास परसेंटज जहां 90.53 प्रतिशत रहा तो वहीं 88.53 प्रतिशत छात्रों ने सफलता पायी है. आदित्यपुर गम्हरिया के प्रिंस कुमार 95.8 अंक लाकर टॉपर जिला बना है. आयोग द्वारा जारी रिजल्ट को देखें तो साल इस जिले से 6691 छात्राओं ने परीक्षा दी जिसमें 6058 सफल रही. जबकि 6291 छात्र में 5570 सफल रहे.

6428 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी से पास

जिसमें प्रथम श्रेणी से 6428, द्वितीय श्रेणी से 4588 व तृतीय श्रेणी से 612 छात्र सफल रहे. हालांकि बीते वर्ष की तुलना में इस साल रिजल्ट में लगभग आठ प्रतिशत की कमी आयी है. साल 2023 की बात करें तो जिला में मैट्रिक की परीक्षा में कुल 12935 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. जिसमें 12552 परीक्षार्थी सफल रहे. सफलता का प्रतिशत 97.04 प्रतिशत है.

आदर्श विकास विद्यालय का प्रिंस कुमार बना जिला टॉपर

जैक द्वारा संचालित मैट्रिक की परीक्षा में इस साल आदर्श विकास विद्यालय का प्रिंस कुमार 95.8 के प्रतिशत अंक लाकर जिला टॉपर बना है. वहीं, आदित्यपुर गम्हरिया का रहने वाला है. जबकि दूसरे स्थान पर सरायकेला शिशु मंदिर उच्च विद्यालय का छात्र धीरज कुंभकार है. उन्हें 95.6 प्रतिशत अंक मिला है. धीरज ने अपनी इस सफलता श्रेय अपने गुरुजनों की मेहनत और माता-पिता व बड़े भाई का मार्गदर्शन को दिया है.

सफल होने के लिए की 7-8 घंटे पढ़ाई

धीरज कुंभकार ने अपनी रिजल्ट पर प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी. स्कूल खत्म होने के बाद प्रतिदिन 5 से 6 घंटे की पढ़ाई करता था. जब परीक्षा नजदीक आने लगी तो मैंने 7 से 8 घंटे की पढ़ाई करने शुरू कर दिया.

शिक्षक हैं धीरज के पिता

मैट्रिक परीक्षा में द्वितीय टॉपर बने धीरज कुंभकार के पिता सुकराम कुंभकार सरकारी शिक्षक हैं. वे कुचाई प्रखंड के गोपीडीह उच्च विद्यालय में पदस्थापित हैं. उनकी माता डालिमा देवी एक कुशल गृहणी है. धीरज के बड़े भाई कमलेश प्रजापति जिन्होंने धीरज को पढ़ाई करने का सही मार्गदर्शन दिया वे एनआर प्लस टू उच्च विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं.

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