Jharkhand Weather: सरायकेला में मॉनसून ने दिया दगा, 22 साल बाद जून के माह में सबसे कम बारिश

बारिश कम होने की वजह से सरायकेला के किसान परेशान हैं. पिछले वर्ष भी जून माह में औसत से कम बारिश हुई थी लेकिन इस बार की स्थिति ज्यादा खराब है.

By Sameer Oraon | July 5, 2024 2:52 PM
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सरायकेला, प्रताप मिश्रा : सरायकेला खरसावां जिला में इस बार मॉनसून फिर दगा दे रहा है. इस साल जून माह में 36.1 मिमी बारिश हई है. जो सामान्य बारिश से काफी कम है. विगत 22 वर्षों को देखें तो जून के महीने में सबसे कम बारिश इसी साल सरायकेला में हुई. कम बारिश होने की वजब से किसान चिंतित हैं. पानी के अभाव में धान के बिचड़े नहीं निकल पा रहे हैं. खेत सूखे पड़े हैं. प्रत्येक वर्ष जून माह के पहले पखवाड़े में ही मॉनसून अपना दस्तक दे देता था. इसलिए यहां के किसान मॉनसून आने के पहले ही अपने अपने खेतों में धान की बीज डाल देते थे.

बारिश कम होने की वजह से किसान परेशान

जैसे ही मॉनसून की बरसात शुरू होती तो खेतों में पड़े धान के बीज नमी पाकर अंकुरित होने लगते थे. जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में सभी किसान अपने अपने खेतों में खर पतवार निकालने का काम शुरू कर देते थे. लेकिन इस बार बारिश कम होने से किसान परेशान हैं. हालांकि, पिछले वर्ष भी जून माह में औसत से कम बारिश हुई थी लेकिन इस वर्ष के जून माह में तो औसत का महज एक चौथाई बारिश हुई है, जो खेती के लिए पर्याप्त नहीं है.

सरायकेला व राजनगर का वर्षा मापी यंत्र हो गया है खराब

सरायकेला व राजनगर प्रखंड कार्यालय में लगे वर्षा मापी यंत्र खराब हो गया है. यंत्र खराब होने से इन दो प्रखंडों में वर्षापात का अनुमान नहीं लग पा रहा है. यह यंत्र विगत मई महीने से खराब पड़ा हुआ है.

22 वर्षों के जून माह का वर्षापात

वर्ष जून माह का वर्षापात(मिमी में)

2002 : 296.5
2003 : 142.9

2004: 92.0
2005: 190.5

2006 : 164.6
2007 : 143.5

2008: 568.0
2009 : 77.8

2010: 66.7
2011: 347.3

2012 : 131.4
2013 : 147.1

2014: 174.0
2015: 116.6

2016: 80.2
2017 : 122.7

2018 : 114.0
2019 : 114.8

2020: 188.5
2021 : 205.5

2022: 128.4
2023 : 71.8

2024: 36.1

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