JharkhandNews, सरायकेला-खरसावां: जिला में फिर एक बार सड़क दुर्घटना के मामले बढ़ गये है. यातायात के नियमों में अनदेखी के कारण सड़क दुर्घटनाओं के मामले बढ़ रहे है. यातायात नियमों को ताक पर रख कर छोटे बड़े वाहनों का परिचालन हो रहा है. माल वाहक भारी वाहनों में ओवर लोडिंग, तेज गति से वाहन चलाना यहां आम बात हो गयी है. सड़कों पर चल रही स्लैग व बालु लदे वाहनों से उड़ती धूल के कारण भी दोपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. परंतु इसे रोकने वाला कोई नहीं है. खास कर चाईबासा से सरायकेला, कांड्रा होते हुए चौक तक, हाता-राजनगर होते हुए चाईबासा तक व चांडिल हो कर गुरजरने वाली एनएच-32 व 33 में अक्सर दुर्घटनायें घट रही है. बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं से आम लोग चिंतित है. इसके साथ-साथ कम उम्र के बच्चों को बाइक चलाने से लेकर एक बाइक पर तीन-चार लोगों को बैठ कर चलना अक्सर देखा जा सकता है. अधिकांश ट्रैक्टर चालकों को तो यातायात नियमों की जानकारी तक नहीं है.
पुलिस-प्रेस का बोर्ड लगा कर घुम रहे है कई लोग
नियम विरुद्ध गाडियों में बोर्ड लगा कर घुमना यहां आम बात हो गयी है. प्रेस-पुलिस समेत विभिन्न संगठनों के नाम से गाडियों में बोर्ड लगा कर गाडियों का परिचालन करते देखा जा सकता है. कई संदिग्घ लोग भी प्रेस-पुलिस लिखे वाहनों का उपयोग कर रहे है. पिछले दिनों राजनगर थाना क्षेत्र में जांच के दौरान पुलिस का बोर्ड लगा कर कार में घुम रहे दो लोगों को पकड़ कर पुलिस ने जेल भेजा था. इस पर जांच की आवश्यकता है.
बाइकर्स कर रहे स्टंट
सरायकेला-खरसावां के अलग अलग सड़कों को शाम के वक्त युवक साइलेंसर खुली हुई बाइक पर स्टंड करते फर्राटे भरने लगते हैं. इससे न केवल उनकी जान बल्कि सड़क से गुजरने वाले अन्य वाहनों और लोगों की भी सुरक्षा खतरे में रहती है. लोगों का कहना है कि इस पर रोक लगाना जरूरी है.
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