सरायकेला में जमीन अधिग्रहण को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प, सात नामजद समेत 130 पर केस दर्ज

सरायकेला में जमीन अधिग्रहण को लेकर ग्रामीण और पुलिस के बीच झड़प हो गयी. प्रशासन ने इस दौरान कुछ लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया. जिसके ग्रामीण और उग्र हो गये.

By Sameer Oraon | June 7, 2024 8:52 PM
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सरायकेला : सरायकेला से राजनगर होते हुए चक्रधरपुर (ओडिशा सीमा) तक सड़क चौड़ीकरण का काम किया जा रहा है. इसे लेकर जिला अंचल के तितिरबिला मौजा में जिला प्रशासन द्वारा जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है. शुक्रवार को स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों व पुलिस जवानों के बीच धक्का मुक्की हो गयी. काम शुरू कराने के लिए प्रशासन द्वारा ग्रामीणों पर लाठी चार्ज भी किया गया. इस पर ग्रामीण और उग्र हो गये. ग्रामीणों के उग्र तेवर को देखते हुए जिला प्रशासन ने फिलहाल काम बंद करा दिया है. इस मामले में जिला प्रशासन ने सरायकेला थाने में सात नामजद और 130 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.

जैसे ही निर्माण कार्य शुरू हुआ, 150 ग्रामीणों ने किया हमला

इस संबंध में सीओ प्रवीण सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह उपायुक्त के आदेश पर दंडाधिकारी के रूप में सीओ के साथ चार दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. इसमें अनुमंडल पदाधिकारी सुनील प्रजापति, जिला भू अर्जन पदाधिकारी महेंद्र छोटन उरांव एवं जिला परिवहन पदाधिकारी शंकराचार्य सामद शामिल थे, जबकि पुलिस पदाधिकारी के रूप में डीएसपी प्रदीप उरांव, सरायकेला अंचल के पुलिस निरीक्षक, थाना प्रभारी हीरालाल कुमार, थाना प्रभारी राजनगर के साथ पुलिस के जवान तैनात थे. जैसे ही निर्माण कार्य शुरू हुआ, 150 की संख्या में ग्रामीणों ने पुलिस बल और निर्माण कार्य करा रही टीम पर हमला कर दिया. इसमें कई पुलिस कर्मियों को चोट लगी है. इस मामले में सरायकेला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

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गांव के अंदर से ही सड़क का निर्माण हो : मुंडा

ग्रामीणों का कहना है कि चौड़ीकरण कार्य से पहले पुरानी सड़क पर ही सड़क बनाने का प्रस्ताव था, बाद में कृषि योग्य जमीन का अधिग्रहण करते हुए सड़क निर्माण किया जा रहा है. इससे कृषि योग्य जमीन खत्म हो रही है. तितिरबिला गांव में 20 रैयतदारों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. इस सड़क का निर्माण एक सप्ताह पहले शुरू कराया गया था. शुक्रवार सुबह में सरायकेला के एसडीओ सुनील प्रजापति, सीओ प्रवीण सिंह समेत पुलिस के जवान पहुंचे थे. इसका ग्रामीणों ने पारंपरिक हथियारों से लैस होकर सड़क निर्माण का विरोध किया. गांव के मुंडा महेंद्र हेंब्रम ने बताया कि बिना ग्रामसभा के जमीन अधिग्रहण किया गया है. इसलिए सड़क निर्माण का विरोध कर रहे हैं. कहा कि इससे पूर्व उपायुक्त के समक्ष भी विरोध किया गया था. पर कोई सुनवाई नहीं की गयी. उन्होंने कहा कि कृषि योग्य जमीन पर सड़क निर्माण होने नहीं देंगे. वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीन सरकार को नहीं देंगे. फिलहाल ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने काम बंद कर दिया है.

तितिरबिला मौजा में बनना है 800 मीटर बाइपास सड़क

सरायकेला से वाया राजनगर ओडिशा सीमा तक तितिरबिला मौजा में 800 मीटर बाइपास सड़क का निर्माण होना है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के अंदर से जो सड़क गयी है, उसी पर नयी सड़क का निर्माण किया जाये. बाइपास सड़क का निर्माण नहीं कराया जाये. बायपास सड़क बनने से उनकी कृषि योग्य जमीन बर्बाद हो जायेगी.

सरायकेला से ओडिशा सीमा तक सड़क निर्माण में तितरबिला मौजा में 800 बाइपास सड़क का निर्माण होना है. इसका ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि यह ग्रामसभा में पारित नहीं है. गांव के अंदर से ही सड़क का निर्माण हो. गांव के अंदर से सड़क का निर्माण होने से कई घरों को तोड़ना होगा. सड़क भी सीधी नहीं बनेगी. ग्रामीणों पर लाठी चार्ज नहीं हुआ है, यह निराधार है.

-सुनील प्रजापति, एसडीओ, सरायकेला.

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