Seraikela News : फ्लैट में सिमट रही जिंदगी, बच्चों का सामाजिक विकास रुका : डीएसइ
सरायकेला में हर्ष जोहार के तहत सेल समागम कार्यशाला आयोजित, बच्चों की प्रतिभा को उनके प्राप्तांक से नहीं आंके अभिभावक
सरायकेला. सरायकेला के एनआर प्लस टू उच्च विद्यालय में बुधवार को संपूर्ण कंसोर्टियन संस्था ने ‘हर्ष जोहार’ कार्यक्रम से एक दिवसीय सामाजिक और भावनात्मक शिक्षण (सेल) समागम कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधीक्षक कैलाश मिश्रा उपस्थित थे. कार्यशाला का शुभारंभ डीएसई ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. डीएसई ने कहा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. मनुष्य की जिम्मेवारी एक साफ, स्वच्छ और समृद्ध समाज के निर्माण करने की है. उन्होंने कहा कि सेल के सभी 9 घटक 21वीं सदी के कौशल को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में इंसान मात्र एक फ्लैट में सिमट कर रह गया है. उसके बच्चों को खेलने के लिए उचित स्थान और समाज नहीं मिल पा रहा है. बच्चों का सामाजिक विकास अवरुद्ध हो रहा है. आज के अभिभावक अपने बच्चों की प्रतिभा को केवल उनके प्राप्तांक पर आंकते हैं. इससे बच्चों में सामाजिक चेतना का विकास रूक रहा है.
बच्चों को समाज में जाकर घुलने-मिलने दें अभिभावक
उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को समाज में जाकर घुलने मिलने दें. इससे बच्चों में सामाजिक विकास के साथ-साथ भावनात्मक विकास होगा. उन्होंने कहा कि इंसान और मशीन एक समान है. मशीन इंसान से अधिक और फुर्ती से काम कर सकती है, किंतु मशीन में भावनात्मक समझ नहीं होती है.समाज से दूर रहने वाले बच्चे गलत रास्ते पर जाते हैं
उन्होंने कहा कि बच्चों को समाज से दूर रखने का परिणाम उनके अंदर नकारात्मक सोच के रूप में सामने आता है. गलत रास्ते पर जाने वाले अधिकतर बच्चे समाज से दूर रहते हैं. इसके कारण वे गलत कदम उठाते हैं. डीएसइ ने कहा कि हर्ष जोहार पर एक कार्यशाला डायट में आयोजित किया जायेगा. इससे हर्ष जोहार ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक पहुंच पायेगा. मौके पर संपूर्ण कंसोर्टियम के अभिधा, मनीष, सीतांशु, आशीष, शगूफा, रोशनी, प्रीति सहित दर्जनों की संख्या में अभिभावक, शिक्षक एवं बच्चे मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है