Makar Sankranti 2025: सरायकेला के ठाकुराणी दरोह में हजारों श्रद्धालु लगायेंगे आस्था की डुबकी, जानें इसकी खासियत

Makar Sankranti 2025: सरायकेला के ‘ठाकुराणी दरोह’ में हजारों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगायेंगे. यहां हर साल 14 जनवरी को मकर पूजा की जाती है. यहां पर स्थित संजय नदी का जलप्रवाह कभी नहीं सूखता है.

By Sameer Oraon | January 12, 2025 7:49 PM

सरायकेला, शचिंद्र कुमार दाश : सरायकेला के मुरुप और गोविंदपुर गांव के बीच संजय नदी के तट पर स्थित ‘ठाकुराणी दरोह’ में 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन हजारों श्रद्धालु आस्था की डूबकी लगायेंगे. इसके पश्चात माता ठाकुराणी देवी के दरबार में मत्था टेककर सुख शांति और समृद्धि के लिए पूजा अर्चना करेंगे. यहां के मुख्य पुजारी शुक्रा सरदार ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी माता ठाकुराणी देवी की शक्तिपीठ में मकर पूजा 14 जनवरी 2025 को ही की जाएगी.

संजय नदी की जलधारा कभी नहीं सूखती

मुरुप व गोविंदपुर गाहव के बीच संजय नदी के तट पर प्राकृतिक छटाओं से भरपूर बड़े बड़े चट्टानों के बीच दैवी स्थल माता ठाकुराणी देवी की शक्तिपीठ स्थित है. माता ठाकुराणी देवी के शक्तिपीठ से होकर बहने वाली संजय नदी की जलधारा कभी भी नहीं सूखती है. ग्रीष्म ऋतु में बड़ी-बड़ी नदियों की जलधारा थम जाती है, वहीं छोटी सी संजय नदी में इस स्थान पर जल का प्रवाह हमेशा बना रहता है.

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पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की हो रही मांग

इस स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग हो रही है. स्थानीय युवा समाजिक कर्यकर्ता हेमसागर प्रधान ने बताया कि यह शक्तिपीठ को पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील होने से क्षेत्र के विकास में नया आयाम खुलेगा. इसे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

निशुल्क सेवा शिविर का होगा आयोजन

मकर संक्रांति के दिन जय मां ठाकुराणी सेवा संघ, गोविंदपुर की ओर से शिविर लगाकर भक्तों की सेवा की जायेगी. आयोजन समिति के मृत्युंजय पति ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के बीच खीर, खिचड़ी, चाय आदि की व्यवस्था की जायेगी.

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