seraikela news : बच्चों को ओलचिकि लिपि में पढ़ाकर पंडित रघुनाथ मुर्मू के सपनों को साकार करें
राजनगर के छोटाकुनाबेड़ा में संताली पारसी माहा हर्षोल्लास से मना
राजनगर. राजनगर प्रखंड के छोटाकुनाबेड़ा गांव में बुधवार को संताली पारसी माहा हर्षोल्लास से मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया. इसके बाद ऑल ईतुन आसड़ा के बच्चों ने विनती प्रस्तुत किया.
मौके पर छोटा कुनाबेड़ा के माझी बाबा रामराय मार्डी ने कहा कि गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू के सपनों को साकार करना है. इसके लिए सभी को ओलचिकी लिपि ( संताली लिपि) से पढ़ाई करने की आवश्यकता है. संताली हमारी मातृभाषा है. मातृभाषा से पढ़ने-लिखने व उच्च शिक्षा ग्रहण करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि संताली भाषा भी आठवीं अनुसूची में शामिल है. सभी बच्चों को ओलचिकी से ही पढ़ाना है.प्रतियोगिताओं के विजेता हुए पुरस्कृत
इस अवसर पर बच्चों के बीच 100 मीटर, 200 मीटर व 400 मीटर दौड़, रिले रेस व सांवता आरी सेरेंज हेपराव ( गाना प्रतियोगिता) का आयोजन किया गया. विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. मौके पर छोटाकुनाबेड़ा माझीबाबा रामराय मार्डी, धुनु सोरेन , शिक्षक (मचेद) होपना हांसदा, जीतराय हांसदा, धनु हांसदा, सुराई सोरेन, बिशु मार्डी आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है