बच्चों का पोषाहार उपयोग के लायक नहीं
जेएसएलपीएस की ओर से राजनगर के केंदमुंडी आंगनबाड़ी केंद्र समेत प्रखंड के तमाम पंचायतों में टीएचआर सामग्री में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है. इसका खुलासा सीडीपीओ दुर्गेश नंदिनी द्वारा करायी गयी जांच में हुआ है.
सरायकेला/राजनगर : जेएसएलपीएस की ओर से राजनगर के केंदमुंडी आंगनबाड़ी केंद्र समेत प्रखंड के तमाम पंचायतों में टीएचआर सामग्री में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है. इसका खुलासा सीडीपीओ दुर्गेश नंदिनी द्वारा करायी गयी जांच में हुआ है.
केंदमुड़ी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका व लाभुकों का कहना है कि जो टीएचआर पोषाहार सामग्री फरवरी में मिलनी चाहिए थी, वह जून के पहले हफ्ते में मिला है. साथ ही पोषाहार सामग्री में भी गुणवत्ता की कमी है. वहीं अब सवाल उठने लगा है कि आखिर मार्च, अप्रैल और मई तीन माह का पोषाहार कहां गया.
इन सभी मामलों को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि कोरोनाकाल के विकट दौर में कंपनी, ईंट भट्ठा आदि बंद होने से उनके सामने रोजी-रोजगार का संकट है. ऐसे मुश्किल हालातों में जेएसएलपीएस का रवैया संवेदनहीन और नकारात्मक है. टीएचआर पोषाहार सामग्री सही ढंग से लाभुकों तक पहुंचने से कम से कम थोड़ी राहत मिलती.
गरीब लाभुकों को इस महामारी के दौरान भूख से निजात मिलती. सेविका ने भी कहा कि जो सामग्री प्राप्त हुई है, वह इस्तेमाल के लायक नहीं है. साथ ही पोषाहार सामग्री भी नियमित रूप से नहीं मिलती. यही वजह है कि ग्रामीण आक्रोशित हैं.
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. अन्यथा वे आंदोलन करने को विवश होंगे.