Seraikela News : बंगाल से रोक के बाद यूपी से आ रहा आलू, 40-42 रुपये किलो मिल रहा

सरायकेला-खरसावां के बाजारों में यूपी के आलू दिख रहा, एक सप्ताह से बंद है बंगाल से आलू का आवक, हर वर्ग परेशान

By Prabhat Khabar News Desk | December 5, 2024 11:36 PM

शचिंद्र कुमार दाश, खरसावां

सरायकेला-खरसावां जिले के बाजारों में पिछले पांच-छह दिनों में आलू के दान में भारी उछाल आया है. पश्चिम बंगाल से आवक बंद होने के बाद किल्लत हो गयी है. फिलहाल क्षेत्र के व्यापारी यूपी से आलू मंगवा कर बेच रहे हैं. सरायकेला-खरसावां जिले में आलू 40 से 42 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. बंगाल से आलू नहीं आने के कारण क्षेत्र के व्यापारियों के पास स्टॉक खत्म हो गया है. दुकानदार ऊंचे दाम पर आलू बेचने को बाध्य हैं. गुरुवार को खरसावां साप्ताहिक हाट में काफी कम की संख्या में आलू की दुकान रही. जमशेदपुर से आने वाले आलू के अधिकतर व्यापारी नहीं पहुंचे.

बाजार में नैनीताल आलू 42 और गोल आलू 40 रुपये प्रति किलो

खरसावां साप्ताहिक हाट में गुरुवार को नैनीताल आलू 42 रुपये प्रति किलो की दर से बिका. वहीं, गोल आलू की बिक्री 40 रुपये प्रति किलो की दर से हुई. हाट में आलू के खरीदार भी कम दिखे. सप्ताह में पांच किलो आलू की खरीदारी करने वाले ग्राहक एक-दो किलो ही खरीदते देखे गये. आम लोगों की थाली से अब चोखा भी गायब होने लगा है.

आलू से ज्यादा हरी सब्जी खरीद रहे लोग

हालांकि, हरी सब्जी के दाम में कुछ हद तक कमी आयी है. ऐसे में लोगों को साप्ताहिक हाट में आलू से ज्यादा हरी सब्जी खरीदते देखा गया. पिछले एक सप्ताह के तुलना में अब बाजार में हरी सब्जी के दामों में कुछ हद तक कमी आयी है.

आलू का भाव चढ़ते ही छोटा हो गया समोसा व आलू चॉप

आलू के दाम बढ़ने के साथ छोटे-छोटे होटल व ठेला चलाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कहीं समोसा व आलू चॉप के दाम में हल्की बढ़ोतरी की गयी है, तो कहीं साइज छोटा कर दिया गया है. खरसावां की दुकानों मे समोसा व आलू चॉप पूर्व की तरह पांच रुपये के दर पर बिक रहे हैं. इनके साइज को छोटा कर दिया गया है. सरायकेला की दुकानों में 15 रुपये जोड़ा की दर से समोसा व आलू चॉप की बिक्री हो रही है. गोलगप्पा भी अब 10 रुपये में तीन पीस मिल रहा है. छोटे होटल और ठेला पर बेचने वालों का कहना है कि दाम बढ़ाने पर बिक्री घट जाती है. ऐसे में मजबूरन समोसा व आलू चॉप का साइज छोटा करना पड़ा है.

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