जमशेदपुर : एनएच 33 चांडिल कांदरबेड़ा से सोनारी डोबो पुल के बीच 7.91 किमी फोरलेन निर्माण में 5200 से अधिक पेड़ समेत कुल पांच नयी अड़चनों के कारण प्रोजेक्ट में अघोषित ब्रेक लग गयी है. वर्तमान में उक्त प्रोजेक्ट में काफी धीमी या नहीं के बराबर काम हो रहा है. मालूम हो कि दो माह पूर्व 3अक्तूबर 2024 को विधायक सविता महतो ने उक्त सड़क का शिलान्यास किया था. 18 माह की समय सीमा में प्रोजेक्ट को पूरा करना है, लेकिन कांदरबेड़ा से डोबो की आने की ओर एक किलोमीटर के बाद 1200 मीटर (करीब 2.8 हेक्टेयर) वन भूमि है, उक्त वन भूमि में छोटा बड़ा चार हजार से पेड़-पौधा, झांड़ी आदि है. उसके कटाई का एनओसी वन विभाग नहीं दी है और ना ही पथ निर्माण विभाग ने उक्त एनओसी लेने के लिए आवेदन किया है. कुल मिलाकर फोर लेन की जद वाली वनभूमि में बिना एनओसी काम करने में तकनीकी रूप से दिक्कत है.
सरायकेला पथ निर्माण विभाग ने बिजली विभाग को क्यों लिखा पत्र
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक वन विभाग की एनओसी के अलावा चांडिल कांदरबेड़ा-दोमुहानी डोबो पुल तक 7.91 किलोमीटर लंबाई में रोड के दोनों ओर रोड के किनारे1200 से अधिक वृक्षारोपण हुए हैं उनकी काटने की अनुमति वन विभाग ने अबतक नहीं दी हैं.इसके अलावा चांडिल कांदरबेड़ा-दोमुहानी डोबो पुल तक 7.91 किलोमीटर लंबाई में नये एलाइनमेंट में रोड के बीचों बीच बिजली विभाग की बिजली की तार, करीब 300 पोल को रोड के किनारे बगल में शिफ्ट किया जाना है. यह काम नहीं हुआ हैं .इसके लिए सरायकेला पथ निर्माण विभाग ने बिजली विभाग को डीपीआर बनाने के लिए ज्वाइंट सर्वे के लिए एक पत्र लिखा है.मौजूदा स्वीकृत डीपीआर के मुताबिक फोर लेन सड़ के बीचों बीच तीन मीटर चौड़ा डिवाइडर बनेगा. जबकि दोनों ओर नौ-नौ मीटर की टू लेन सड़क बनेगी. सड़क के बाद फुटपाथ व कुछ हिस्से में सड़क किनारे नाली का निर्माण भी किया जायेगा. 66 करोड़ की लागत से उक्त फोर लेन का निर्माण पथ निर्माण विभाग सरायकेला प्रमंडल के द्वारा अागामी 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. यह काम मेसर्स लीडिंग कंस्ट्रक्शन, जमशेदपुर को दिया गया है. फिलहाल प्रोजेक्ट में आयी नयी अड़चनों के कारण डोबो पुल होकर जमशेदपुर से से रांची, बिहार, यूपी आने-जाने वालों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलने में थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा.
प्रोजेक्ट पर 101.06 करोड़ खर्च करने का बजट
कांदरबेड़ा से दोबो पुल के बीच 7.91 किमी लंबे फोर लेन के निर्माण पर झारखंड सरकार कुल 101.06 करोड़ रुपये खर्च करने का बजट निर्धारित की है.इसमें 66 करोड़ रुपये फोर लेन के निर्माण पर खर्च कर रही हैं, जबकि 44 करोड़ रुपये से अधिक भू-अर्जन के मुआवजा (अधिग्रहण) के एवज में खर्च करेगी.
इन आठ बड़े गांवों के लोगों को सीधे फायदा होगा
कांदरबेड़ा से डोबो पुल के बीच7.91 किलोमीटर लंबी फोर लेन बनने से सरायकेला खरसावां जिले के अंतर्गत डोबो, कपाली, रुगड़ी, कपाली, पुरीसिली, कांदरबेड़ा, चांडिल गांव व आस-पास रहने वाले लोगों को सीधे फायगा होने के साथ समूचे सरायकेला खरसावां जिले का ओवर ऑल ग्रोथ होगा.
क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता
कांदरबेड़ा दोमुहानी डोबो पुल सड़क बीच 7.91 किलोमीटर लंबी फोर फोर लेन की कई नयी अड़चन सामने आयी हैं. चुनाव ड्यूटी आदि के कारण वन विभाग से एनओसी नहीं लिया जा सका हैं, इसे जल्द आवेदन करूंगा. इसके अलावा बिजली विभाग से पोल-तार शिफ्टिंग के लिए जरूरी ज्वाइंट सर्वे के लिए सरायकेला बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा हूं.
अशोक रजक, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, सरायकेला पथ प्रमंडल.
क्या कहते विधुत कार्यपालक अभियंता
कांदरबेड़ा- डोबो रोड फोर लेन के लिए बिजली पोल-तार की शिफ्टिंग और शिफ्टिंग में प्रस्तावित खर्च का डीपीआर के लिए जल्द ज्वाइंट सर्वे किया जायेगा, हालांकि सरायकेला पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता का पत्र आज तक नहीं मिला है.
विशाल कुमार, विद्युत कार्यपालक अभियंता, सरायकेला विदयुत प्रमंडल. सरायकेला खरसाखां जिला.