10 केएसएन 7 : हर पार्वती नृत्य पेश करते कलाकार
10 केएसएन 8 : सरायकेला शैली में पताका नृत्य पेश करते छऊ कलाकार
10 केएसएन 9 : कलाकारों द्वारा प्रस्तुत चंद्रभागा नृत्य बना आकर्षण का केंद्र
प्रतिनिधि, सरायकेला
ओडिशा के रघुराजपुर (पुरी) में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस पर सरायकेला छऊ नृत्य का प्रदर्शन किया गया. इसमें सरायकेला के छऊ कलाकारों ने नृत्य पेश कर समां बांधा. कलाकारों ने पूजा की आरती को नृत्य के रूप में पेश किया. इसके बाद पौराणिक थीम पर आधारित हर-पार्वती व चंद्रभागा नृत्य पेश कर लोगों की वाहवाही बटोरी. साथ ही देशभक्ति से ओत-प्रोत पताका (तिरंगा) नृत्य पेश किया. ढोल व नगाडे़ की थाप व शहनाई-बांसुरी की सुरीली धुन पर कलाकारों को नृत्य करते देख लोग मंत्रमुग्ध हो गये. रघुराजपुर समेत आसपास के लोग सरायकेला के समृद्ध छऊ नृत्य कला से भी रूबरू हुए.
गुरु सुशांत महापात्र समेत अन्य कलाकार हुए सम्मानित
मौके पर सरायकेला के श्री जगन्नाथ आर्ट स्कूल के निदेशक सह छऊ गुरु सुशांत महापात्र को शॉल व स्मृति चिह्ल देकर पुरस्कृत किया गया. साथ ही छऊ नृत्य प्रदर्शित करने वाले कलाकार असीत पटनायक, गणेश परीक्षा, सुदीप कबि, संजय कर्मकार, राकेश कबि, सुमित महापात्र, वाद्य कलाकार देवराज दुबे, विनोद प्रधान, बाबूराम सरदार, पूर्णचंद्र सरदार आदि को मंच पर सम्मानित किया गया. मालूम हो कि ओडिशा का रघुराजपुर पुरी जिले में भार्गवी नदी के तट पर बसा एक अनोखा गांव है. यह गांव ओडिशा की समृद्ध कलात्मक विरासत का एक संपन्न केंद्र बन गया है. रघुराजपुर गांव पट्टचित्र पेंटिंग के लिए सबसे प्रसिद्ध है. इसे हेरिटेज विलेज के रूप में भी जाना जाता है .
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