Seraikela News : सोनू सरदार हत्याकांड : घटना में प्रयुक्त हथियार समेत पांच गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
पारा शिक्षक हत्याकांड का उद्भेदन
सरायकेला. गम्हरिया थाना के नव प्राथमिक विद्यालय, बडडीह में पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सोनू सरदार की हत्या मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि घटना के मुख्य साजिशकर्ता बडडीह निवासी रिश्तेदार बीरबल सरदार व लक्खीचरण नायक अब भी गिरफ्त से दूर है. पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त हथियार, गोलियां और वाहन को भी बरामद किया है. एसपी मुकेश लुणायत ने पत्रकारों को बताया कि मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही हत्या के कारणों का पता चल पायेगा. विदित हो कि शुक्रवार की रात गंजिया से एक समारोह में शामिल होने के दौरान गांव में ही स्कूल के पास उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समीर सवैया के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है. स्व सरदार यशपुर पंचायत की मुखिया पार्वती सरदार के पति थे.
ये आरोपियों की हुई गिरफ्तारीआशीष गोराई (25) व विश्वजीत नायक (24) गंजिया, अनिल सरदार उर्फ गोंदी (25) व सूरज मार्डी (27) बडडीह तथा आनंद दास (44) राजगांव शामिल है. आशीष गोराई के खिलाफ पूर्व में भी गम्हरिया थाना में मामला दर्ज है. वहीं सूरज मार्डी राजनगर प्रखंड में अनुबंधकर्मी तथा झारखंड आंदोलनकारी स्व मदन मार्डी का पुत्र है.
ये हुई बरामद
आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त लोडेड पिस्टल मैगजीन के साथ, 7.65 एमएम के चार जिंदा कारतूस, पिस्टल का एक खाली मैगजीन, एक लोडेड देशी कट्टा, देशी कट्टा का एक जिंदा कारतूस तथा घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल टीवीएस अपाचे (जेएच 05 सीएन 2535), होंडा शाइन एसपी (जेएच 05 बीपी 3951) और होंडा डियो स्कूटी (जेएच 05 सीएक्स 4710) बरामद किया गया.छापामारी दल में शामिल पुलिसकर्मी
एसडीपीओ समीर कुमार संवैया, थाना प्रभारी राजु, राजीव कुमार सिंह, विनय कुमार, सुनील कुमार सिंह, अरूण कुमार महतो, विपुल ओझा, धीरंजन कुमार, रोपनाराम कांशी सहित सहित अन्य शामिल थे.आरोपियों के साथ भी थे सोनू के मधुर संबंध
स्व सरदार मिलनसार स्वभाव के थे. यहां तक के घटना में शामिल आरोपियों व मुख्य सूत्रधार बीरबल के साथ भी उनका मधुर संबंध था. आरोपी व स्व सरदार एक ही गांव के अलग-अलग टोला के होने की वजह से सब के साथ कुछ ना कुछ रिश्ता था. वहीं मुख्य सूत्रधार बीरबल सरदार के हर दुःख-सुख में सोनू सरदार साथ रहते थे. बीरबल पूर्व में भी जेल जा चुका है. उसको बेल कराकर बाहर निकालने में भी सोनू सरदार ने मदद की थी. आज उसी के द्वारा सोनू सरदार की निर्मम हत्या कर दी गयी. घटना में शामिल आरोपियों का खुलासा होने के बाद ग्रामीणों में आरोपियों के प्रति और आक्रोश बढ़ गया है.
एक माह पहले ही रची गयी थी हत्या की साजिश
एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने बताया कि पूछताछ के क्रम में पता चला कि हत्या का कारण अवैध कारोबार में सोनू सरदार का बाधा बनना बताया गया. इसमें अवैध बालू उठाव, जमीन खरीद-बिक्री आदि शामिल है. एसपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनके अवैध धंधे में स्व सरदार बाधा बन रहे थे. इसको देखते हुए बीरबल सरदार के नेतृत्व में उनलोगों ने एक माह पूर्व ही बैठक कर उसकी हत्या करने की साजिश रची थी. उसी के तहत शुक्रवार की रात आरोपियों द्वारा सोनू सरदार की हत्या कर दी गयी. बीरबल की गिरफ्तारी के बाद मुख्य कारणों का खुलासा हो पायेगा.
परिजनों से मिले डुडरा व ईटागढ़ के मुखिया
मंगलवार को ईटागढ़ पंचायत के मुखिया संध्या रानी सरदार, डुडरा मुखिया सनातन सरदार, पूर्व मुखिया सह जेएलकेएम के केंद्रीय महामंत्री रवींद्र सरदार टाइगर आदि जनप्रतिनिधि स्व सरदार के परिजनों से मिले. साथ ही घटना पर दुःख प्रकट करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया. वहीं घटना में शामिल आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग प्रशासन से की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है