खरसावां. कुचाई प्रखंड सभागार में सोमवार को महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम किया गया. कार्यक्रम में प्रखंड की सभी आंगनबाड़ी सेविका, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य शामिल हुए. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रखंड विकास पदाधिकारी साधुचरण देवगम ने किया. बीडीओ ने कहा कि बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं है. जेंडर आधारित भेदभाव नहीं होना चाहिए. बेटियों को शिक्षित और उन्हें कौशल विकास के प्रति प्रेरित करने का आह्वान किया. महिला सुरक्षा को लेकर सरकार से जारी हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी. किसी प्रकार की हिंसा, घरेलू हिंसा या छेड़छाड़ इत्यादि घटनाओं के दौरान बेटियां और महिलाएं तत्काल शिकायत करें. मौके पर उप प्रमुख सुखदेव सरदार, मुखिया करम सिंह मुंडा, सरस्वती मिंज, रेखामुनी उरांव, राम सोय, देवचरण हाईबुरू आदि उपस्थित थे.
लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ निकाली रैली
नोवामुंडी प्रखंड की दिरीबुरु पंचायत में सोमवार को केजेएसएलपीएस समूह की महिलाओं ने लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोड़ो जागरुकता रैली निकाली. इसके पूर्व जेंडर सीआरपी पंकज वाला महाकुड़, पंचायत समिति सदस्य तुलसी कुई चाम्पिया ने महिलाओं को शपथ दिलायी. रैली दिरीबुरु से निकलकर दिरी बुरु पंचायत भवन तक गयी. जेंडर आधारित हिंसा को चिंताजनक बताया गया. रैली में स्लोगन के माध्यम से महिला हिंसा के रोकथाम, महिला सशक्तिकरण, जेंडर के अधिकारों और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने क कहा गया. पंचायत समिति सदस्य तुलसी कुई ने कहा कि जेंडर आधारित हिंसा के विरुद्ध सभी को एक होकर आवाज उठानी होगी. कार्यक्रम में चंदमणि आपट, बैंक सखी अर्चना शर्मा आदि थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है