खरसावां : अक्षय तृतीया पर प्रभु जगन्नाथ की विशेष पूजा-अर्चना हुई, चक्के की पूजा कर प्रभु के रथ का निर्माण हुआ शुरू
लकड़ी व औजार की पूजा की गयी
खरसावां. अक्षय तृतीया पर शुक्रवार को खरसावां व हरिभंजा के जगन्नाथ मंदिर में विशेष पूजा- अर्चना हुई. इसके साथ रथ निर्माण के लिए लकड़ी व औजार की पूजा की गयी. अक्षय तृतीया को ही ओडिशा के पुरी समेत विभिन्न जगन्नाथ मंदिरों में रथ निर्माण कार्य शुरू करने की परंपरा है. पुजारियों ने पहले रथ के चक्के पर पूजा की. कुल्हाड़ी से लकड़ी के टोना को काटकर रथ निर्माण कार्य की शुरुआत की. मौके पर लोगों में प्रसाद वितरण किया गया.
प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा 7 जुलाई को
अक्षय तृतीया से प्रभु जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा की तैयारी शुरू हो जाती है. मालूम हो कि इस वर्ष रथ यात्रा का आयोजन 7 जुलाई को होगा. प्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व बड़े भाई बलभद्र के साथ रथ पर सवार हो कर 8 दिनों के लिये श्रीगुंडिचा मंदिर जायेंगे.
प्रभु जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा के कार्यक्रम
स्नान यात्रा : 22 जून
नेत्र उत्सव : 7 जुलाईगुंडिचा रथ यात्रा : 7 जुलाई
हेरा पंचमी : 11 जुलाईबाहुड़ा यात्रा : 15 जुलाई
खेतों में हल चलाकर हुई कृषि कार्य की शुरुआत
अक्षय तृतीया के दिन किसानों ने खेतों में हल चला कर व बीज डाल कर कृषि कार्य की शुरुआत की. मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन कृषि कार्य शुरू करने पर क्षय नहीं होता है. इस दिन किये गये कार्यों का अक्षय पुण्य फल मिलता है. तेज धूप के बावजूद लोगों ने बीज डाल कर कृषि कार्य की शुरुआत की. हालांकि, अक्षय तृतीय के एक दिन पहले हुई बारिश ने किसानों को कुछ हद तक राहत भी दी थी.
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