Seraikela News : खरसावां में रैयत मजदूरों ने गेट जाम किया, श्री सीमेंट प्लांट में आठ घंटे काम ठप
दिन भर जाम रहा कंपनी का मुख्य गेट, प्रोडक्शन, पैकिंग, डिस्पैच, ट्रांसपोर्टिंग, लोडिंग-अनलोडिंग कार्य ठप, प्रबंधन ने मांगों पर तीन दिनों का समय मांगा, सोमवार को होगी वार्ता
खरसावां. खरसावां अंचल के हांसदा स्थित श्री झारखंड सीमेंट प्लांट के लिए जमीन देने वाले कामगारों (लैंड सेलर एम्प्लॉयी) ने सैलेरी रिवीजन, प्रतिवर्ष 10 फीसदी इंक्रीमेंट समेत अन्य मांगों को लेकर बुधवार को दिनभर प्लांट गेट जाम कर धरना- प्रदर्शन किया. इस दौरान किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया. देर शाम प्रबंधन की ओर से प्लांट के एचआर विभाग के सौरभ कुमार ने मजदूरों के साथ बैठक की. उन्होंने सैलेरी रिवीजन व इंक्रीमेंट को लेकर तीन दिनों का समय लिया. इसके बाद करीब शाम 5.50 बजे प्लांट का मुख्य गेट खोला गया. इस दौरान साढ़े आठ घंटे तक प्लांट की सभी यूनिट में काम ठप रहा. गुरुवार से प्लांट में उत्पादन शुरू होगा.
शाम को ट्रकों को बाहर निकलने दिया गया
प्लांट से सीमेंट लदे ट्रकों का आवागमन ठप रहा. देर शाम वार्ता के बाद सीमेंट लदे ट्रकों को प्लांट से बाहर जाने दिया गया. प्लांट के लिए जमीन देने वालों में करीब 87 रैयत फिलहाल कंपनी में नौकरी कर रहे हैं. रैयतों ने आरोप लगाया कि उन्हें काफी कम वेतन मिलता है. इंक्रीमेंट में पक्षपात होता है. इस वर्ष करीब 15 रैयतों को इंक्रीमेंट का लाभ नहीं दिया गया है. कई रैयतों को योग्यता के अनुसार नौकरी नहीं दी गयी.क्या है मांग ?
रैयतों ने यूनिट हेड के नाम ज्ञापन सौंपा. वित्तीय वर्ष 2024-25 में सैलेरी रिवीजन करने, गैर स्नातकों के लिए न्यूनतम वेतन 30 हजार करने, स्नातक डिग्री धारकों का न्यूनतम वेतन 40 हजार व टेक्निकल डिग्री वाले कर्मियों का न्यूनतम वेतन 50 हजार करने, प्रति वर्ष वेतन में 10 फीसदी इंक्रीमेंट व कंपनी प्रॉफिट के अनुसार प्रति वर्ष बोनस देने की मांग की.…कोट…
कंपनी प्रबंधन ने रैयतों की मांगों के समाधान के लिए तीन कार्य दिवस का समय लिया है. इस पर सोमवार को वार्ता होगी. मिलकर समाधान का रास्ता निकाला जायेगा.– सौरभ कुमार, उप प्रबंधक, कार्मिक विभाग, श्री झारखंड सीमेंट प्लांट
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