खरसावां.कुचाई प्रखंड सभागार में रविवार को बीडीओ साधुचरण देवगम की अध्यक्षता में ग्रामसभा के सशक्तीकरण एवं वनाधिकार अधिनियम पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में सामुदायिक वन पालन संस्थान (रांची) के सोहन लाल कुम्हार, सुधीर पाल, राजेश महतो, भरत सिंह मुंडा व प्रकाश भुइयां समेत लोगों ने भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उद्घाटन किया. सोहनलाल ने कहा कि जंगल से न सिर्फ मानव जीवन की आवश्यकताओं की आपूर्ति होती है, बल्कि जलवायु परिवर्तन का संतुलन बना रहता है. अधिनियम 2006 के तहत वनाश्रितों को सभी किस्मों के वन भूमियों पर व्यक्तिगत व सामुदायिक वनाधिकार दिया गया है. उन्होंने वनाधिकार अधिनियम के संबंध में जानकारी दी. सोहन लाल कुम्हार ने कहा कि ग्रामसभा को सामुदायिक वन संसाधनों के संरक्षण, संवर्धन और प्रबंधन करने का अधिकार भी प्रदान किया गया है.
ग्राम सभाओं को सशक्त करने की आवश्यकता : मानस दास
टीआरसीएससी संस्था के सचिव मानस कुमार दास ने कहा कि ग्रामसभा को सशक्त बनाने पर जोर दिया. बच्चों से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता देना जरूरी है. क्योंकि बच्चे ही भविष्य के निर्माता हैं. सुधीर पाल ने बताया कि ग्रामसभा एक ऐसा मंच है जहां ग्रामीण अपने समुदाय को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों जैसे विकास परियोजनाओं, बजट और सामाजिक कल्याण पर चर्चा और निर्णय ले सकते हैं. उन्होंने ग्रामसभा की भूमिका एवं अधिकार पर चर्चा करते हुए पेसा कानून के तहत ग्राम सभाओं के कार्यों व शक्तियों की जानकारी दी.छह ग्राम पंचायतों के 77 ग्राम प्रधान, मुंडा-मानकी शामिल हुए
टीआरसीएससी के सहयोग से आयोजित उक्त कार्यशाला में कुचाई प्रखंड के विभिन्न छह ग्राम पंचायतों के 77 ग्राम प्रधान, मुंडा, मानकी उपस्थित रहे. मौके पर संस्था के सुरेश प्रसाद साहू, साधना बीरवंशी, श्रीमंत मंडल, विकास कुमार दारोगा, साधुचरण महतो, अम्बुज महतो, माधुरी हाइबुरु, फूलमानी, सीता, तुलसी, हेमंती व सुमंती समेत अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है