सिल्ली : सिल्ली में सरकारी स्कूल ही लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सोमवार को लगातार दूसरे दिन सरकारी स्कूलों ने तमाम नियमों को ताक पर रख कर बच्चों को एमडीएम का चावल देने के लिए बुलाया. फिर क्या था बच्चे स्कूली पोशाक में थैला लेकर स्कूल पहुंच गये. उन्हें कोरोना के संक्रमण के खतरे की भी परवाह नहीं थी. चावल लेने के लिए बच्चे एक-दूसरे के साथ सट कर खड़े थे. भीड़ में उनके साथ कुछ अभिभावक भी थे. राजकीय कृत मध्य विद्यालय सिल्ली बोर्ड में चावल लेने आये बच्चों की भीड़ में प्रधानाध्यापक भी खड़े थे. भीड़ से संक्रमण के खतरे को समझने के बाद भी वे सभी को एक जगह जमा कर गिनती करते नजर आये. जब उन्होंने पत्रकारों को तस्वीर लेते देखा, तो बच्चों को घर जाने के लिए कहने लगे.
जब उनसे पूछा गया कि स्कूल बंदी के आदेश के बाद भी बच्चों को क्यों बुलाया गया है, तो उन्होंने कहा कि अभिभावकों को बुलाया गया था, लेकिन अभिभावक खुद बच्चों को अपने साथ लेकर आये हैं. सिल्ली बोर्ड के अलावा प्रखंड के लोटा, किता, हरिजन स्कूल, बंता, पतराहातू, अजयगढ़, तुनकु, टुटकी, सिंगपुर समेत दर्जनों स्कूलों को सोमवार को खोल कर बच्चों को चावल बांटने की सूचना मिली है. ज्ञात हो कि रविवार को मुरी स्थित उर्सुलाइन स्कूल ने बच्चों को मिड डे मील का राशन देने के लिए बुलाया गया था.
बच्चों को बुलाने वाले स्कूलों पर कार्रवाई होगी : बीइइओ
मामले में बीइइओ सुदामा मिश्रा ने कहा कि किसी भी हाल में स्कूल में बच्चों को नहीं बुलाना है. उनके घरों में जाकर चावल पहुंचाना है. स्कूल खोलने व बच्चों के बुलाये जाने की सूचना पर मुरी की उर्सुलाइन हिंदी मीडियम हाइस्कूल व राजकीयकृत मध्य विद्यालय सिल्ली बोर्ड से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इन पर कार्रवाई के लिए जिला को भी लिखा गया है. जितने भी स्कूलों ने बच्चों को बुला कर चावल का वितरण किया है, सभी पर कार्रवाई होगी.
परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों को बुलाया
खूंटी. जिले के कुछ स्कूलों में लॉकडाउन का पालन नहीं किया जा रहा है. सोमवार को अनिगड़ा स्कूल में परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों को बुलाया गया़ कक्षा पांच, छह व सात के दर्जनों विद्यार्थी स्कूल पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि 17 मार्च को ही उन्हें आज के दिन स्कूल आने के लिए कहा गया था. इस दौरान उन्हें स्कूल बंद होने के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गयी थी़ हालांकि स्कूल में कोई भी शिक्षक नहीं पहुंचे थे. सूचना मिलने पर एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने तत्काल बच्चों को वापस घर भेजा.
स्कूल परिसर में ही बंटा मिड डे मिल का चावल
कांके. लॉकडाउन को लेकर सरकार के आदेश का उल्लंघन कर सोमवार को चूड़ी टोला स्थित एसपीजी मिशन मिडिल स्कूल परिसर में ही मिड डे मील के चावल का वितरण किया गया. चावल मिलने की जानकारी मिलने पर सुबह सात बजे से ही बच्चे स्कूल पहुंचने लगे थे. हालांकि चावल वितरण के दौरान शिक्षिकाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया. स्कूल ने 20 दिन का चावल प्रति छात्र दो किलोग्राम दिया. कुकिंग काॅस्ट व अंडा की राशि का वितरण नहीं किया.
इस संबंध में प्राचार्य विकास प्रदया ने बताया कि एमडीएम फंड में राशि उपलब्ध नहीं है. राशि उपलब्ध होते ही बच्चों के बीच बांट दी जायेगी. वहीं स्कूल परिसर में ही खाद्यान्न वितरण के मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार ने बताया कि सभी स्कूलों को लिखित निर्देश दिया गया है कि गांव-टोला में ही जाकर खाद्यान्न का वितरण करें. एसपीजी मिशन स्कूल ने नियम का उल्लंघन किया गया है, इस संबंध में कार्रवाई की जायगी.