नशापान समाज के लिए घातक

सिमडेगा : सामटोली पल्ली स्थित संत अन्ना महागिरजा घर परिसर में सिमडेगा धर्मप्रांतीय कैथोलिक सभा का दो दिवसीय 18वां वार्षिक अधिवेशन आरंभ हो गया. कार्यक्रम का उदघाटन धर्मप्रांतीय आत्मिक सलाहकार फादर बेंजामिन केरकेट्टा ने कैथोलिक सभा के झंडे का झंडोत्ताेलन कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम के दौरान सभी भिखारिएट के सचिव द्वारा वार्षिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2014 4:41 AM

सिमडेगा : सामटोली पल्ली स्थित संत अन्ना महागिरजा घर परिसर में सिमडेगा धर्मप्रांतीय कैथोलिक सभा का दो दिवसीय 18वां वार्षिक अधिवेशन आरंभ हो गया. कार्यक्रम का उदघाटन धर्मप्रांतीय आत्मिक सलाहकार फादर बेंजामिन केरकेट्टा ने कैथोलिक सभा के झंडे का झंडोत्ताेलन कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम के दौरान सभी भिखारिएट के सचिव द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर मेल-मिलाप संस्कार, रोजरी माला विनती एवं पवित्र संक्रामेत की आराधना की गयी.

मुख्य वक्ता के रूप में संत जोंस इग्लिश मीडियम स्कूल प्रबंधक विक्टोर केरकेट्टा उपस्थित थे. उन्होंने परिवार, समाज एवं आर्थिक विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के विकास में नशापान सबसे बड़ा बाधक है. नशापान समाज के लिये विनाशकारी है. नशापान के कारण मानसिक व शारीरिक क्षति हो रही है. हमारे समाज में पलायन एक बड़ी समस्या है. जिसे चुनौती के रूप में लेते हुए इस पर रोक लगाने की जरूरत है. श्री केरकेट्टा ने कहा कि समाज को सही दिशा में ले जाने के लिये हमें गहण चिंतन करने की आवश्यकता है.

अनुशासन की कमी के कारण आदिवासी समाज की संस्कृति व परंपरा विलुप्त होती जा रही है. लोग समाज से हट कर अपना जीवन व्यतीत करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में समाज में जागरूकता लाने की जरूरत है. शिक्षा के बिना समाज एवं परिवार का विकास संभव नहीं है. साथ ही शिक्षा के स्तर को भी बढ़ाना होगा. शिक्षा स्तर गिरता जा रहा है. श्री केरकेट्टा ने कहा कि हमें आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने की आवश्यकता है. आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने के लिये हमें कृषि के साथ व्यवसाय क्षेत्र में भी आगे आना होगा.

कार्यक्रम का संचालन धर्म प्रांतीय कैथोलिक सभा के सभापति फ्रांसिस बिलुंग ने किया. कार्यक्रम में फादर अलोइस बेक, फादर रफायल केरकेट्टा, फादर नेस्तोर कुल्लू, फादर राजेश केरकेट्टा, फादर सिकंदर तिर्की, फादर सुलेमान तिर्की, फादर अजीत सारस, भूषण लकड़ा, आनंद प्रकाश बेक, कुलकांत केरके ट्टा, पीटर बा, लेव खाखा, तोबियस केरकेट्टा, लोरेंस बाड़ा, सुनील मिंज, ख्रिस्तोफर किंडो, अनिल कुस्मा, अलबर्ट बिलुंग, हेनरी टेटे, जेम्स केरकेट्टा के अलावा काफी संख्या में कैथोलिक सभा के सदस्य उपस्थित थे.

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