विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा

सिमडेगा : समाहरणालय सभाकक्ष में उपविकास आयुक्त मनोहर मरांडी की अध्यक्षता में जेटीडीएस, जेएसएलपीएस, कृषि, सहकारिता, पशुपालन, मत्स्य, भूमि संरक्षण व आत्मा विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गयी. इस क्रम में उपविकास आयुक्त ने कहा कि जो परिवार नशीली पदार्थों की बिक्री से जुड़ा है, उसे बकरी पालन, सुकर पालन व मुर्गीपालन आदि व्यवसाय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2017 11:36 AM
सिमडेगा : समाहरणालय सभाकक्ष में उपविकास आयुक्त मनोहर मरांडी की अध्यक्षता में जेटीडीएस, जेएसएलपीएस, कृषि, सहकारिता, पशुपालन, मत्स्य, भूमि संरक्षण व आत्मा विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गयी.
इस क्रम में उपविकास आयुक्त ने कहा कि जो परिवार नशीली पदार्थों की बिक्री से जुड़ा है, उसे बकरी पालन, सुकर पालन व मुर्गीपालन आदि व्यवसाय से जोड़ने का प्रयास करें. कोचेडेगा पंचायत के पांच परिवारों को प्रथम चरण में व्यवसाय से जोड़ने का काम किया जा रहा है.
जहां-जहां वेजीटेबल कलस्टर बना कर खेती की जा रही है, वहां सिंचाई के लिए कूप का निर्माण करायें. सखी मंडल को दिये गये बकरी व सुकर आदि का हेल्थ चेकअप पशुपालन विभाग से समन्वय स्थापित कर करायें. सभी सखी मंडल का शत-प्रतिशत बैंक लिकेंज करने का निर्देश दिया. भूमि संरक्षण पदाधिकारी को तालाब उपलब्ध कराने के लिए प्रति पंचायत दो-दो लाभुकों का चयन करने का निर्देश दिया गया.
डीडीसी ने कहा कि लिफ्ट एरिगेशन योजना का प्रचार-प्रसार करें. कहा गया कि कृषि विभाग द्वारा किसानों की सुविधा के लिए चार सिंगल विंडो सिस्टम स्थापित किया जायेगा.डीडीसी ने कहा कि कृषि, आत्मा, भूमि संरक्षण व मत्स्य विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करें तथा कृषि के क्षेत्र में बेहतर परिणाम दें. कृषि विभाग द्वारा रबी कृषि जागृति अभियान का शुभारंभ जल्द शुरू करने का निर्देश दिया.
कृषि उपकरण बैंक स्थापित करने की भी बात कही गयी, जहां से किसानों को कृषि उपकरण यंत्र उपलब्ध कराया जायेगा. सिमडेगा जिला के तीन जलाशय केलाघाघ, कोबांग एवं गोबरधंसा में जाल से घेर कर मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य पालन करने का भी निर्देश दिया गया. बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे.

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