सिमडेगा में बच्ची की मौत के बाद पहुंचे बाबुलाल मरांडी ने कहा, सिस्टम की खराबी से सरकारी योजनाएं फेल
सिमडेगा : सिमडेगा में पिछले दिनों कथित रूप से भूख से एक बच्ची की मौत का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को झारखंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबुलाल मरांडी समेत प्रदेश के कइ नेता सिमडेगा जिले के जलड़ेगा प्रखंड स्थित कारीमाटी गांव पहुंचे और लोगों से मुलाकात की. बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से बात […]
सिमडेगा : सिमडेगा में पिछले दिनों कथित रूप से भूख से एक बच्ची की मौत का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को झारखंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबुलाल मरांडी समेत प्रदेश के कइ नेता सिमडेगा जिले के जलड़ेगा प्रखंड स्थित कारीमाटी गांव पहुंचे और लोगों से मुलाकात की. बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार गरीबी उन्मुलन के लिए कई योजनाएं चला रही है, फिर भी लोग भूख से मर रहे हैं, ये शर्म की बात है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने योजना चला रखी है, लेकिन सिस्टम का सहयोग नहीं मिलने से ऐसा मामला सामने आया है. हम सरकार के पास आवाज उठायेंगे. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी मिडडे मील सहित कई अन्य योजनाएं हैं, जिससे गरीबों को खाना मिल सके, लेकिन बच्ची की मौत भूख से होना शर्मनाक है आठ दिन तक पानी पीकर रहना शर्मनाक है. सरकार कुछ नहीं देख रही है.
उन्होंने सवाल उठाया कि सीओ, बीडीओ, जनसेवक, पंचायत सेवक या जनप्रतिनिधि क्या कर रहे हैं. कोई सुध लेने वाला नहीं है. सरकार 1000 दिन पूरे करने का जश्न मना रही है, जबकि लोग भूखों मर रहे हैं. सरकार हर मोर्चे पर फेल हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने ढाई लाख राशन कार्ड और ग्यारह हजार के करीब पेंशन रद्द कर दिया. सरकार को चाहिए कि गांव-गांव मे कैम्प लगाकर राशन कार्ड बनवाये. सही लोगों को लाभ मिलना ही चाहिए, जिससे ऐसी नौबत ना आये.
बाबूलाल मरांडी के अलावे बंधु तिर्की, तुलसी साहु, योगेंद्र प्रताप, निलेश तिर्की व दीपा बड़ाईक भी गांव में मौजूद थे. बाबूलाल मरांडी व बंधु तिर्की के समक्ष मृत बच्ची की मां कोयली देवी ने कहा कि उन्हे छह माह से राशन नही मिला है. पति मानसिक बीमारी से ग्रसित हैं. मै स्वयं बिमार थी, काम पर नहीं जा सकी. आठ दिनों तक पानी पीकर रहे. बच्ची खाना मांग रही थी, तब मैंने चाय बनाकर दी, चाय पीने के बाद बच्ची का पैर हाथ मरोड़ने लगा और मृत्यु हो गयी. बच्ची को कोई बिमारी नही थी.
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बाबूलाल मरांडी द्वारा पेंशन के बारे पूछा गया तो बताया कि उन्हे पेंशन नहीं मिलता है. गांव के जोहन समद, शांति देवी, कोरयो देवी, मनरखनी देवी, मोहन सिंह, नरेश बडाईक ने भी राशन नहीं मिलने की शिकायत की परिवार व ग्रामीणों से जानकारी लेने के बाद बाबूलाल मरांडी व बंधु तिर्की ने कोयली देवी को आठ हजार रुपये, एक क्विंटल चावल मदद स्वरूप दिये और अन्य मदद सरकार से दिलाने का आश्वासन दिया.