किताबी ज्ञान को दैनिक जीवन में उतारें
सिमडेगा: सिमडेगा कॉलेज स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र में विद्यार्थियों की अभिप्रेरणा बैठक हुई. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार मिश्रा, भूतपूर्व समन्वयक प्रो निरंजन प्रसाद, समन्वयक डॉ एके शर्मा उपस्थित थे. मौके पर उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ अशोक मिश्रा ने कहा कि किताबी ज्ञान को दैनिक […]
सिमडेगा: सिमडेगा कॉलेज स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र में विद्यार्थियों की अभिप्रेरणा बैठक हुई. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार मिश्रा, भूतपूर्व समन्वयक प्रो निरंजन प्रसाद, समन्वयक डॉ एके शर्मा उपस्थित थे. मौके पर उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ अशोक मिश्रा ने कहा कि किताबी ज्ञान को दैनिक जीवन में उतारें. ज्ञान सबसे बड़ी चीज है. ज्ञान सीखने की कोई उम्र नहीं होती. अंतिम क्षण तक ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है.
इग्नू के माध्यम से भी कोर्स पूरा कर जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है. इग्नू के समन्वयक डॉ एके शर्मा ने कहा कि इग्नू विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है. इसमें लगभग 40 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं.उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों के पास समय की कमी है या आर्थिक अभाव है वह इग्नू के माध्यम से किसी भी प्रकार की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं.
इग्नू में शिक्षा की सभी सुविधाएं उपलब्ध है. प्रो निरंजन प्रसाद ने पाठ्यक्रम की सभी पहलुओं की जानकारी विस्तार पूर्वक दी. प्रो भूषण कुमार ने इग्नू के पाठ्य पुस्तकों की गुणवत्ता पर प्रकाश डाला. प्रो देवराज प्रसाद एवं प्रो रमेश प्रसाद ने विश्व के सबसे बड़े प्रजातंत्र भारत वर्ष में ज्ञान बढ़ाने में इग्नू की भूमिका पर विस्तार पूर्वक चर्चा की. कार्यक्रम का संचालन प्रो देवराज प्रसाद ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ राम कुमार प्रसाद ने किया. इस अवसर पर डॉ आरके प्रसाद,डॉ अशोक सिंह,अजय कुमार सिन्हा, संदीप कुमार,नेपाल मंडल के अलावा लगभग तीन सौ विद्यार्थी उपस्थित थे.