सहयोग से ही होगा विकास

कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए बाइक का सहारा लेना पड़ा एसपी ने ग्रामीणों के बीच आवश्यक सामग्री का वितरण किया, खाना परोसा बानो : बानो प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित बेड़ाइरगी पंचायत व बांकी पंचायत के डलिया मर्चा में सोमवार को पुलिस प्रशासन ने पहली बार सामुदायिक पुलिसिंग के तहत जनता दरबार लगाया. पहाड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2018 5:01 AM

कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए बाइक का सहारा लेना पड़ा

एसपी ने ग्रामीणों के बीच आवश्यक सामग्री का वितरण किया, खाना परोसा
बानो : बानो प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित बेड़ाइरगी पंचायत व बांकी पंचायत के डलिया मर्चा में सोमवार को पुलिस प्रशासन ने पहली बार सामुदायिक पुलिसिंग के तहत जनता दरबार लगाया. पहाड़ के ऊपर बसे डलिया मर्चा गांव में एसपी संजीव कुमार ने लोगों की समस्याएं सुनी समस्या का समाधान का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में लोगों के बीच सामुदायिक पुलिसिंग योजना के तहत सामग्री का वितरण किया गया. इसमें बच्चों के स्कूल बैग, खेलकूद सामग्री, सोलर लाइट, गैस कनेक्शन व महिला समूह की सदस्यों के बीच खाना बनाने की सामग्री शामिल है. इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन एसपी संजीव कुमार, अभियान एसपी निर्मल गोप, पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता मारकंडे, बीडीओ समीर खलखो, सीओ मनींद्र भगत, डीएसपी अमित कुमार व प्रशिशु डीएसपी विजय कुशवाहा ने संयुक्त रूप से किया.
मौके पर एसपी ने कहा कि नक्सलियों का जल्द खात्मा किया जायेगा. ग्रामीण किसी के बहकावे में न आयें. पुलिस हर संभव सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि प्रशासन व ग्रामीण मिल कर गांव का विकास करेंगे. इसके लिये ग्रामीणों को जागरूक होने की आवश्यकता है. गांव में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा कर ही उग्रवाद को समाप्त किया जा सकता है. यहां के विकास के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है. पुलिस वैसी जगह पहुंच कर गांव का विकास करने का प्रयास कर रही है, जहां पहुंचना काफी मुशिकल है. उन्होंने कहा कि बच्चे शिक्षित होंगे, तभी समस्या समाप्त होगी. शिक्षा से ही नक्सलवाद खत्म होगा. महिलाओं के संबंध में कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. पलायन यहां की सबसे बड़ी समस्या है. यहां के लोग पलायन न कर यहीं रोजगार के लिए प्रयास करें.
बाहर काम करने जाने वाले युवा श्रम विभाग में पंजीयन करा कर ही जायें. किसी प्रकार का हादसा होने पर विभाग द्वारा मुआवाजा के रूप एक लाख देने का प्रावधान है.अभियान एसपी ने कहा कि पुलिस प्रशासन से जुड़ कर गांव का विकास करें. पीएलएफआइ व एमसीसी गांव का विकास नहीं कर सकते हैं. उग्रवादियों से ग्रामीणो का भला नहीं होगा. उग्रवादी गांव के विकास में बाधक हैं.कार्यक्रम को एसडीपीओ अमित कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी विजय कुमार कुशवाहा, पुलिस निरीक्षक अलोक कुमार, बीडीओ समीर खलखो, सीओ मनींद्र भगत, मुखिया हेलेना कंडुलना व मुखिया सिलवंती टोपनो के अलावा अन्य लोगों ने भी संबोधित किया.
इस अवसर पर बानो थाना प्रभारी जोन मुर्मू, महाबुआंग थाना प्रभारी रवींद्र कुमार, कोलेबिरा थाना प्रभारी लक्ष्मण राम, पूर्व प्रमुख जोर्ज महतो, अजीत टोपनो, बीपीएम सबीहा नाज, बीटीएमसोसन प्रतिमा कुजूर, संतोष साहू, इलियाजर कंडुलना, नंदकिशोर सिंह, राजेश सिंह, मधुसुदन सिंह, महेश सिंह, रामनाथ सिह, मंगरनाथ सिंह, बालगोविंद सिंह, बहुरन सिंह व स्टेफन मड़की के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे. संचालन परशुराम सिंह व धन्यवाद ज्ञापन नंदकिशोर सिंह ने किया.
बाइक से गये अधिकारी तीन किमी
एसपी संजीव कुमार व अन्य पुलिस पदाधिकारियों को कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए करीब तीन किमी तक बाइक का सहारा लेना पड़ा. रास्ता पथरीला होने के कारण कई स्थानों पर एसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारियों को पैदल भी चलना पड़ा. डलिया मर्चा तक पहुंचने के लिए सड़क नही है. पहाड़ों के ऊपर बसे गांव तक पहुंचने के लिए दो रास्ते हैं. एक भुरसाबेड़ा से होकर जाता है, जबकि दूसरा महुआटोली रास्ते होकर गांव तक पहुंचा जा सकता है. दोनो ही रास्ता काफी दुर्गम है. ग्रामीण नंदकिशोर ने बताया कि चंदा कर सड़क का निर्माण किया गया है. गांव की अाबादी लगभग 300 है. यहां मुंडा व रौतिया जाति के 50 परिवार रहता है. गांव में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. यहां पानी, बिजली, स्वास्थ्य व सड़क की समस्या है. लोगों को हर काम के लिए पाडो या फिर बानो जाना पड़ता है. बच्चो को हाई स्कूल की पढ़ाई के लिए 10 किमी दूर बांकी व जीतुटोली जाना पड़ता है.

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