रविकांत@सिमडेगा
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य रवींद्र कुमार गुप्ता और भुपन साहू गुरुवार को सिमडेगा पहुंचे. यहां पर सरकार द्वारा चलायी जा रही बाल सुधार गृह तथा सहयोग विलेज संस्था द्वारा चालये जा रहे आश्रय गृह का निरीक्षण किया. स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुये गुप्ता ने कहा कि निरीक्षण के दौरान सरकार द्वारा संचालित बाल सुधार गृह में कमोवेश स्थित ठिक पायी गयी. यहां पर भी आवश्यक सुधार के निर्देश दिये गये है.
सहयोग संस्था द्वारा संचालित आश्रयगृह में काफी त्रुटियां पायी गयी. बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य रवींद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि संस्था द्वारा भारी अनियिमततायें बरती गयी है. सरकारी राशि का दुरूपयोग हो रहा है. गुप्ता ने कहा कि संस्था द्वारा सरकार के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि आश्रय गृह में सीसीटीवी कैमरा तक नहीं था. उन लोगों के आने की सूचना पर आज सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. उन्होंने बताया कि जहां 20 कर्मचारी होने चाहिये वहां पर सिर्फ 6 कर्मचारी से ही काम लिया जा रहा है. परिसर भी बहुत ही गंदा पाया गया. सरकार के नियमों के अनुसार 8500 स्क्वायर फीट में आश्रय गृह होना चाहिए, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 18 सौ स्क्वायर फीट में ही संस्था का आश्रय गृह संचालित है.
एक सवाल के जवाब में गुप्ता ने कहा कि पिछले एक वर्ष तक संस्था को सरकार द्वारा राशि दी गयी है. उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा तत्काल में सरकार के नियमों का पूरा पालन नहीं करती तो शख्त कार्रवाई की जायेगी. संस्था के साथ गड़बड़ी में जो भी लोग शामिल होंगे उन लोगों पर भी कार्रवाई के लिये सरकार को लिखा जायेगा.
गुप्ता ने बताया कि सरकार के निर्देश पर राज्य भर में तीन टीम बना कर बाल सुधार गृह तथा आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया जा रहा है. यहां पर मुख्य रूप से आयोग के सदस्य भुपन साहू, समाज कल्याण पदाधिकारी इस्लामूल हक, डीईओ, डीएसई, तेजबल सुभम, आलोक वर्मण, किरण चौधरी, मीरा केशरी, मीरा प्रसाद के अलावा अन्य लोग भी उपस्थित थे.
शादी से इनकार करने वाली बानो की नाबालिग लड़की की सराहना
बानो की एक नाबालिग लड़की शादी के मंडप से उठ कर पिछले दिनों भाग कर गुमला पुलिस के पास चली गयी थी तथा लड़की ने कहा कि वह अभी पढ़ना चाहती है. शादी नहीं करना चाहती. लड़की के इस हिम्मत को आयोग सदस्यों ने सराहा. आयोग के सदस्य रवींद्र गुप्ता ने जिला शिक्षा अधीक्षक को उक्त लड़की का नामांकन तत्काल कस्तुरबा आवासीय विद्यालय में कराने का निर्देश दिया.
प्रशस्ती पत्र दिया जायेगा
आयोग के सदस्य रवींद्र गुप्ता ने एएचटीयू थाना प्रभारी राजे कुजूर के कार्यो की सरहना की. गुप्ता ने कहा कि राजे कुजूर के प्रयास से दिल्ली तथा अन्य महानगरों से काफी संख्या में ट्रैफिकिंग की शिकार लड़कियों को वापस लाया गया है. उन्होंने कहा कि उक्त कार्य के लिये आयोग द्वारा प्रोत्साहन के रूप में एएचटीयू थाना प्रभारी तथा एसपी को प्रशस्ती पत्र दिया जायेगा.