सिमडेगा : कांग्रेस जिला अध्यक्ष अनूप केसरी के आवास पर कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बताया गया कि कांग्रेस पार्टी इस वर्ष विश्व आदिवासी दिवस को आदिवासी अधिकार दिवस के रूप में मनायेगी. प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित प्रदेश महासचिव बेंजामिन लकड़ा ने कहा कि नौ अगस्त 1994 को विश्व आदिवासी दिवस की घोषणा तो कर दी गयी. उन्हें अधिकार भी दिया गया, लेकिन झारखंड में आदिवासियों के अधिकार का हनन हो रहा है.
उन्होंने कहा कि आदिवासियों के अधिकार को छीनने का प्रयास किया जा रहा है. जल, जंगल, जमीन के अधिकार से वंचित करने की साजिश रची जा रही है. इन बातों को देखते हुए ही कांग्रेस पार्टी ने इस बार आदिवासी दिवस को अधिकार दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया है. जिला अध्यक्ष अनूप केसरी ने कहा कि आदिवासी अधिकार दिवस कार्य छह अगस्त से ही आरंभ कर दिया जायेगा. कार्यक्रम के तहत छह अगस्त को कांग्रेस अनुसूचित जनजाति मोरचा के तत्वावधान में झारखंड सरकार का पुतला दहन किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि सात अगस्त को ओबीसी सेल द्वारा मशाल जुलूस निकाला जायेगा. आठ अगस्त को अल्पसंख्यक मोरचा द्वारा तख्तियों के साथ प्रदर्शन किया जायेगा. वहीं नौ अगस्त को विभिन्न स्थलों पर नुक्कड़ सभाएं की जायेगी. नुक्कड़ सभा की शुरुआत खुंटीटोली से की जायेगी. जबकि समापन बाजार टोली में किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के माध्यम से भूमि अधिग्रहण कानून वापस लेने, सरना धर्म कोड जारी करने, पांचवीं अनुसूचि के प्रावधान को लागू करने, पेशा कानून लागू करने की मांग की जायेगी.
पूर्व विधायक विधायक नियल तिर्की ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विश्व आदिवासी दिवस को आदिवासी अधिकार दिवस के रूप में मनाने के साथ ही सामूहिक रूप से आयोजित आदिवासी दिवस कार्यक्रम में भी भाग लेगी. इस अवसर पर मुख्य रूप से सिमडेगा विधान सभा प्रभारी पीटर मुंडू, कोलेबिरा विधान सभा प्रभारी नोमिता बा, नगर परिषद अध्यक्ष पुष्पा कुल्लू, विक्सल कोंगाड़ी, जेम्स केरकेट्टा, अहलाद केरकेट्टा, अजीत किड़ो, निर्मला खलखो, स्तेला तिर्की, डेविड तिर्की, देवनिश खलखो, मनोज केसरी आदि उपस्थित थे.