सिमडेगा : बानो प्रखंड के पबुड़ा पंचायत के केंदुदा निवासी रणजीत गोप की 15 वर्षीय पुत्री जयकांता कुमारी की मौत इलाज के अभाव में हो गयी.
पबुड़ा पंचायत के केंदुदा जाने वाली सड़क की जर्जर हालत के कारण 108 एंबुलेंस गांव तक नही पहुंच सकी. समय पर युवती को अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका और इलाज के अभाव में उसने दम तोड़ दिया.
मालूम हो कि रणजीत गोप की बेटी गंभीर रूप से बीमार थी. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के लिए परिजनों ने एंबुलेंस 108 को फोन किया. लेकिन सड़क की स्थिति जर्जर होने के कारण एंबुलेंस पहुंचने से पूर्व ही जयकांता कुमारी की मौत हो गयी.
जयकांता कुमारी के पिता रणजीत गोप ने बताया कि बेटी की तबीयत खराब होने पर बानो सीएचसी ले जाकर जांच कराया. जांच में कुछ नहीं पता चला. दोबारा जांच कराने पर मलेरिया पॉजिटिव निकला. दवा चल रही थी. इसी बीच रविवार की रात में जयकांता की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर 108 एंबुलेंस को फोन किया.
बानो में कार्यरत 108 एंबुलेंस किसी रोगी को लेने के लिए गया था. जानकारी मिलने पर जलडेगा प्रखंड में कार्यरत 108 एंबुलेंस लगभग 1 बजे रात को पबुड़ा पंचायत पहुंचा, लेकिन केंदुदा सड़क की जर्जर हालत देख चालक ने केंदुदा जाने से इनकार कर दिया और रोगी को टेंपो से एंबुलेंस के पास लाने को कहा.
काफी मिन्नत के बाद भी एंबुलेंस चालक जाने के लिए तैयार नहीं हुआ तब रंजीत अपनी बेटी को टेंपो से एंबुलेंस तक लगभग 2 किलोमीटर की दूरी तय कर लाने लगा, लेकिन रास्ते में ही जयकांता ने दम तोड़ दिया.
रंजीत ने बताया कि अगर समय से उसकी बेटी को अस्पताल पहुंचाया गया होता तो जान बच सकती थी. ग्रामीणों ने बताया कि जर्जर सड़क को लेकर कई बार मुखिया और पंचायत सेवक को लिखित आवेदन दिया गया और पीसीसी पथ बनाने की मांग की गयी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. केंदुदा गांव का रोड खराब रहने की वजह से विकास रुक गया है.