मामला एंबुलेंस नहीं मिलने पर हुई बच्चे की मौत
रविकांत साहू@सिमडेगा
उपायुक्त जटाशंकर चौधरी ने सिविल सर्जन को तत्काल सदर अस्पताल के एंबुलेंस संचालक को हटाने का निर्देश दिया है. श्री चौधरी ने कहा कि पिछले दिनों में भी एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण ही एक बच्चे की मौत की खबर आयी थी. इधर पुन: एक बच्चे की मौत की खबर एंबुलेंस नहीं मिलने से आयी. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही अस्पताल में बर्दाश्त नहीं की जायेगी. पत्रकारों के सवाल के जवाब में उपायुक्त ने कहा कि अब अस्पताल को दुरुस्त करना होगा. अस्पताल में लापरवाही बरते जाने की शिकायतें बार-बार उन्हें मिल रही है.
मालूम हो कि 10 सितंबर को एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण कुरकुरा निवासी देव महली व कतरीना महली के मासुम बच्चे की मौत हो गयी थी. इलाज के दौरान सोमवार को लगभग 11 बजे के करीब बच्चे की हालत गंभीर हो गयी. चिकित्सकों ने बच्चे को इलाज के लिए बाहर ले जाने के लिये बाहर ले जाने को कहा था. इसके बाद बच्चे के पिता देव महली सहित अन्य परिजन अस्पताल में एंबुलेंस के लिये दौड़ते रहे.
अस्पताल परिसर में दो एंबुलेंस खड़ा था लेकिन पीड़ित परिवार को उपलब्ध नहीं कराया गया. उसे 108 को फोन करने के लिए कहा गया. फोन करने पर पता चला कि एक एंबुलेंस में तेल नहीं है. दूसरा एंबुलेंस कुरडेग गया था तथा आने के क्रम में पंचर हो गया था. इसी क्रम में लगभग तीन घंटा गुजर गये. बच्चे की हालत बिगड़ती गयी. चिकित्सकों ने दो बजे के करीब बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इधर इस मामले को उपायुक्त ने गंभीरता से लिया है.