रविकांत साहू@सिमडेगा
कोमेंजरा पंचायत अंतर्गत गमरझरीया गांव मे ग्रामसभा का आयोजन किया गया. सभा में महिलाओं ने एक स्वर से अपने गांव को शराब मुक्त बनाने का निर्णय लिया. इस दौरान गांव के मुखिया, पी एल भी शीतल प्रसाद, सहभागी संस्था के प्रतिनिधि और भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं.
सभा को संबोधित करते हुए गांव की महिलाएं एक स्वर में गांव को शराब मुक्त बनाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया. सभा में शराब से होने वाले नुकसान और बीमारी, घर में रोज होने वाले झगड़े, तथा बाधित विकास के लिए शराब को जिम्मेदार ठहराया गया. शराब नहीं बनाने तथा नहीं पीने की संकल्प को दुहराया गया.
पिछले सप्ताह शराब बंदी हेतु आयोजित गांव भ्रमण को इसके लिए कारगर हथियार की तरह उपयोग करने की बात कही गयी, जिससे गांव के अन्य लोगों में जागरूकता आयेगी और स्वत: कोमेंजरा पंचायत शराब मुक्त हो जायेगा.
सभा को संबोधित करते पी एल वी शीतल प्रसाद ने शराब से जुड़े भ्रम को दूर करते हुए कहा कि कोई धर्म शराब बनाने और पीने को नहीं कहता है. लोगों को शराब से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए गांव के लोगों को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया और सरकारी योजना की जानकारी दी.
जिसमें 90 फीसदी अनुदान पर महिलाओं को दो गाय दी जा रही है. योजना का लाभ उठाने के लिए जानकारी दी गयी. सरकार के द्वारा तीर्थ यात्रा के लिए जगन्नाथ पूरी जाने के लिए आवेदन जमा करने के लिए जानकारी दी.
सभा को ग्रामिण महिला पुष्पा देवी, हीरा मुनि देवी, विरास मुनि देवी, रोमेला डुंगडुंग, मीना देवी तथा पृथ्वीचंद्र प्रधान, फ्रांसिस इनदवर ने संबोधित किया. सभा के अंत में उपस्थित महिलाओं के द्वारा मुखिया के नेतृत्व में जागरूकता रैली निकाली गयी.