सिमडेगा : संस्कृति हमारी धरोहर है, इसे सहेज कर रखना हम सब की जिम्मेवारी : अरुण साहू
रविकांत साहू@सिमडेगा जलडेगा प्रखंड मुख्यालय में आयोजित रास मेला धूमधाम से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हो गया. मुख्य अतिथि तेली समाज के केंद्रीय युवा अध्यक्ष अरूण कुमार साहु उपस्थित थे. उनके तथा समिति के लोगों द्वारा मेला का उद्घाटन किया गया. अपने संबोधन में अरुण कुमार साहू ने कहा कि संस्कृति हमारी धरोहर […]
रविकांत साहू@सिमडेगा
जलडेगा प्रखंड मुख्यालय में आयोजित रास मेला धूमधाम से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हो गया. मुख्य अतिथि तेली समाज के केंद्रीय युवा अध्यक्ष अरूण कुमार साहु उपस्थित थे. उनके तथा समिति के लोगों द्वारा मेला का उद्घाटन किया गया. अपने संबोधन में अरुण कुमार साहू ने कहा कि संस्कृति हमारी धरोहर है. हमें इसे सहेज कर रखने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि जलडेगा की पहचान रास मेला से होने लगी है. रास मेला को बढ़ाने देने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है. रास मेला की शुरुआत भगवान श्रीराधा-कृष्ण की प्रतिमा पर गाजे बाजे के साथ पंडित बोछो पति महाराज व अध्यक्ष हेमशरण सिंह के माल्यार्पण पूजा आराधना उपरांत प्रारंभ किया गया.
सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्धाटन रास मेला समिति के अध्यक्ष हेमशरण सिंह, पूर्व प्रमुख कृष्णा सिंह, थाना प्रभारी सुशील कुमार, बीडीओ संजय कुमार कोंगाडी, अरूण कुमार साहु, सांसद प्रतिनिधि सुजन जोजो के द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. अध्यक्ष हेमशरण सिंह द्वारा रास मेला के संदर्भ में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी. शांतिपूर्ण ढंग से मेला का आनंद उठाने की अपील की गयी.
श्री सिंह ने कहा कि संस्कृति हमारी पहचान है इसे बचाये रखना है. इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत महावीर साहु के मां दुर्गे की वंदना गीत से प्रारंभ किया. जिसके बाद गायक गायिका में कवि किशन ने तोर मोर प्यार में जलेना रे, रूपा ने तोर से प्यार करोना, आरती ने दूर से इशारा करी, जगदीश बडाईक ने जागाह हो भारतवासी, पवन ने चांद बदरी में, सुहाना ने प्रेम चिट्ठियां, रूपेश बडाईक करम कर रतिया, कमला ने जिये नी पारोथो, लालधन नायक ने करम गडाय सहित कई गीत संगीत रातभर पेश किये.
वहीं डांसर काजल व नेहा की जोड़ी ने ‘रात दिया बुता के, सिटी से बोलाएला पर नृत्य पेश कर दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया. सांस्कृतिक कार्यक्रम में मंच संचालन सुभाष साहु व धन्यवाद ज्ञापन रामेश्वर सिंह ने किया.
रास लीला प्रस्तुत किया गया
मेला में पुरूलिया बंगाल से हेम सिंह के नेतृत्व में आये 30 सदस्यीय टीम द्वारा रामायण व महाभारत के विभिन्न प्रसंगो पर आकर्षक छऊ नृत्य पेश किया. जिसे दर्शकों ने भी काफी सराहा. मांदर में हुलास महतो, ऑर्गन में रविराम, पैड में टिंकु व मनोज, नाल में प्रभु, बांसुरी में सरोज, गिटार में निपेन सहित अन्य वादन में सरगम म्यूजिकल ग्रुप लोमगा बसिया ने साथ दिया.
मेला में मोतीलाल ओहदार, जिप सदस्य जोनसन कंडुलना, जोगेशवर बिंझिया, आशिष इंदवार, पूर्व विधायक प्रतिनिधि सुजीत कुमार नाथ, लिलु साहु, पंकज साहु, विनोद कुमार साहु, त्रिलोक साहु, राजेश अग्रवाल, फिरनाथ बड़ाईक, जसवंत साहु, महाप्रसाद सिंह, ढोलों सिंह, रामेश्वर सिंह, अमरदीप, सहित रास मेला समिति, नवयुवक संघ व मोटिया संघ के सदस्यों का सहारणीय योगदान रहा. मेला के दौरान थाना प्रभारी सुशील कुमार के नेतृत्व में गश्त करते देखे गये.