रांची : झारखंड के कोलेबिरा उपचुनाव में पहली बार कांग्रेस के विधायक को एक निर्दलीय उम्मीदवार ने धूल चटा दी थी. वर्ष 1984 में कांग्रेस के टिकट पर जीतकर आये सुशील कुमार बागे का निधन हो गया. उपचुनाव में कांग्रेस अपनी यह सीट बचा नहीं पायी. राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार जे समद को निर्दलीय उम्मीदवार वीर सिंह मुंडा ने करारी शिकस्त दी. यह दूसरा मौका है, जब यहां उपचुनाव हो रहे हैं. देखना यह है कि झारखंड पार्टी की उम्मीदवार मेनोन एक्का अपने पति एवं झारखंड के पूर्व मंत्री एनोस एक्का की सीट बचा पाती है या नहीं.
मेनोन एक्का के खिलाफ चार प्रत्याशी मैदान में हैं. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय सेंगेल पार्टी के अलावा एक निर्दलीय भी मैदान में हैं. भाजपा ने बसंत सोरेंग को उतारा है, तो कांग्रेस ने नमन विक्सल कोंगारी को टिकट दिया है. राष्ट्रीय सेंगेल पार्टी से अनिल कंडुलना और निर्दलीय उम्मीदवार बसंत डुंगडुंग भी ताल ठोंक रहे हैं.
वर्ष 1984 में सात उम्मीदवार मैदान में थे और निर्दलीय वीर सिंह मुंडा ने कांग्रेस के जे समद को 9563 मतों के अंतर से हरा दिया था. वीर सिंह मुंडा को 20,212 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के जे समद को 10,649 ही वोट मिल पाया. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के टी किड़ो को 9597 और भारतीय जनता पार्टी के बी मांझी को 3589 मतों के साथ संतोष करना पड़ा था. अन्य तीन निर्दलीय प्रत्याशियों एम बड़ाईक को 1865, एसपी टोपनो को 385 और एस फुरीन को 214 वोट ही मिल पाये थे.
प्रत्याशी | पार्टी | प्राप्त मत | परिणाम |
वीर सिंह मुंडा | निर्दलीय | 20,212 | विजेता |
जे समद | कांग्रेस | 10,649 | दूसरे स्थान पर |
टी किड़ो | झामुमो | 9,597 | तीसरे स्थान पर |
बी मांझी | भाजपा | 3,589 | चौथे नंबर पर |
एम बड़ाईक | निर्दलीय | 1,865 | पांचवें नंबर पर |
एसपी टोपनो | निर्दलीय | 385 | छठे नंबर पर |
एस फुरीन | निर्दलीय | 214 | सातवें स्थान पर |