सिमडेगा : अक्सर, आपने ट्रेन के टॉयलेट, सुविधा नहीं मिलने की वजह से अथवा सरकारी अस्पतालों के बदइंतजामी के चलते सड़क के किनारे प्रसूतियों द्वारा बच्चे जनने की कहानी तो सुनी होगी या फिर आमिर खान की फिल्म थ्री इडिएट में आपातकाल में अजीबो-गरीब तरीके प्रसव कराते हुए देखा होगा, लेकिन सिमडेगा जिले के बानो स्थित भुरसाबेड़ा गांव में 108 नंबर के एंबुलेंस सेवा मुहैया कराने वाले वाहन के कर्मचारियों ने कुछ इसी तरह की हिम्मत दिखाते हुए एक प्रसूता का प्रसव कराने का काम किया है. सुकून की बात यह है कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही एंबुलेंस में जन्में जुड़वां बच्चे और जच्चा तीनों स्वस्थ हैं.
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जानकारी के अनुसार, पूनम मड़कीको शुक्रवार सुबह से तेज प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इसके बाद परिजनों ने बानो के 108 एबुलेंस को फोन करके बुलाया, ताकि उसे प्रसव के लिए अस्पताल तक सकुशल पहुंचाया जा सके. रास्ते में ही महिला की प्रसव पीड़ा ढ़ गयी थी. जहां कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए महिला का एबुलेंस में ही सफलतापूर्वक प्रसव कराया.
प्रसव में एक बच्चे का जन्म शुक्रवार सुबह 9 बजे और दूसरे बच्चे का जन्म 9.10 बजे हुआ. प्रसव के बाद जच्चा-बच्चों को सकुशल बताया जा रहा है. जच्चा-बच्चा को बानो सामुदायिक केंद्र डॉ कमलेश उरांव की देखरेख में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है.