सिमडेगा : नगर पंचायत कार्यालय के निकट पंचायत जन प्रतिनिधि मंच बानो एवं आदिवासी एकता मंच बानो के संयुक्त तत्वावधान में जल, जंगल, जमीन, स्थानीय नीति एवं पंचायती व्यवस्था के मुद्दे पर एक दिवसीय धरना सह वकालती सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सलन तोपनो ने कहा कि 1985 से रह रहे लोगों को झारखंडी माने जाने का आधार मान्य नहीं होगा.
कोई भी व्यक्ति एक राज्य का मूल निवासी हो सकता है. सुधीर लुगून ने कहा कि 1985 के आधार पर नीति बनने से सबसे अधिक नुकसान यहां के सदानों को होगा तथा बाहरी लोग सदानों का लाभ उठायेंगे. सदानों को एकजुट हो कर अपने अधिकार के लिये आगे आना होगा.उन्होंने कहा कि सीएनटी एक्ट सबके लिये बनाया गया है.
जीवन मसीह सुरीन ने कहा कि सरकार हमारे विरोध में नियम बना रही है. पियूष बड़ाइक ने कहा कि पंचायत चुनाव तो हुआ किंतु सरकारी की गलत नीतियों के कारण ग्राम सभा सशक्त नहीं हो पाया है.इस अवसर पर सुलेमान जोजो, रावेल लकड़ा, लुइस कुजूर, निरोध मड़ाइक, प्रमुख जॉर्ज महतो, पुष्पा आइंद, अनूप लकड़ा, पौलुस मड़की, नियरंजन जोजवार, रोजालिया कंडूलना, विक्सल कोंगाड़ी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया.